रामपुरा कोतवाली क्षेत्र में 19 फरवरी फायरिंग कर हुए थे फरार
कोटा। कोटा शहर के रामपुरा कोतवाली क्षेत्र में 19 फरवरी को फायरिंग कर भागे आरोपियों को कोटा पुलिस ने बारां जिले के छबड़ा से गिरफ्तार किया।
पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि 19 फरवरी को रामपुरा कोतवाली फरियादी शादाब उर्फ राजू डोगा निवासी सैयद वाले बाबा के पास मकबरा पर आपसी रंजिश के चलते मोइन, नरेन्द्र धाकड उर्फ मोदी व सलमान ने जानलेवा फायरिंग कर दहशत फैलाने का प्रयास किया। आरोपियों की तलाश के लिए कोटा शहर से बाहर जाने के रास्तों पर नाकाबन्दी करवाई गई। घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज को चैक किया गया। अभय कमाण्ड में विशेष टीमें लगाकर सीसीटीवी के आधार पर आरोपियों के आने जाने के रूट की पहचान की गई। उनके शरण स्थल, शरण दाताओं, निकट सहायोगियों के ठिकानों पर पुलिस टीमों द्वारा एक साथ दबिश दी गई। लेकिन आरोपी बार-बार अपनी लोकेशन बदलते रहे। पुलिस टीमों ने आरोपियों का पीछा करते हुए बारां जिले के छबड़ा कस्बे से आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की। पुलिस को देखकर आरोपियों ने भागने का नाकाम प्रयास किया। जिससे (पुलिस के बताने के अनुसार) गिरने से उनकाे चोट भी लगी है।लेकिन पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त कर ली।
कहीं राजस्थान में भी तो नहीं आ गया गन कल्चर
हालांकि पुलिस ने आरोपियों के भागने के कारण चोटिल होने की बात कही है, लेकिन आरोपी जिस तरह से लंगड़ा कर चल रहे हैं और उनके पैरों में पट्टी बंधी हुई है, उससे पुलिस की कहानी पर यकीन करना मुश्किल लग रहा है। लोगों में चर्चा है कि अन्य बीजेपी शासित राज्यों की तरह कहीं राजस्थान में भी तो पुलिस का गन कल्चर नहीं आ गया है। पुलिस ने ही कहीं आरोपियों को पैरों में गोली तो मार कर नहीं घायल कर दिया है, यह जांच का विषय है।
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