भुगतान की मांग को लेकर 32 वें दिन भी जारी रहा अनिश्चित कालीन धरना
कोटा/ इटावा। भुगतान की मांग को लेकर 18 फरवरी से कोटा कलेक्ट्रेट पर अनिश्चित कालीन धरने पर बैठे जेके फैक्ट्री के मजदूरों को मिल रहे विभिन्न संस्थाओं के समर्थन के क्रम में शुक्रवार को अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ जिला कोटा का भी समर्थन मिल गया। कर्मचारियों ने महासंघ के जिला सचिव अशोक लोदवाल के नेतृत्व में जेके फैक्ट्री के मजदूरों के धरने का समर्थन करते हुए जिला कलक्टर कोटा को ज्ञापन सौंपा।
सीटू के मीडिया प्रभारी मुरारीलाल बैरवा ने बताया कि शुक्रवार को 32 वें दिन धरने का संचालन कामरेड अशोक सिंह ने किया। इस बीच अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ ने रैली निकालकर और कलेक्ट्रेट के गेट पर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री के नाम कोटा कलक्टर को जेके फैक्ट्री के मजदूरों की मांगों के समर्थन में ज्ञापन सौंपा।
धरने के संचालक मजदूर नेता कामरेड हबीब खान ने बताया कि मजदूरों के 32 दिन के धरने से जेल जाने के डर से अराफात जेके फैक्ट्री के मजदूरों से समझौता करने की बात करने लगा है। सभी मजदूरों की एकता और संघर्ष से यह सम्भव हुआ है। हमें इसी तरह एकता के साथ धरने पर डटे रहना है। निश्चय ही जीत हमारी होगी। हम समझौता करने को तब तैयार होंगे जब अराफत 1997 से मजदूरों का बकाया वेतन जो 250 करोड़ से अधिक है का 27 साल का ब्याज मिलाकर पहले 500 करोड़ का भुगतान 4200 मजदूरों को करेगा।
32 वें दिन धरने को इन्होंने किया संबोधित
32 वें दिन शुक्रवार को धरने को कामरेड उमाशंकर, कामरेड नरेंद्र सिंह, शिक्षक नेता बाबूलाल बलवानी पूर्व शिक्षक संघ शेखावत राज्य उपाध्यक्ष, संयुक्त कर्मचारी महासंघ कोटा के जिला सचिव अशोक लोदवाल, धनराज कुमावत, कामरेड सूरजमल बैरवा, छीतरलाल बैरवा,, सभाध्यक्ष बद्रीलाल मीणा, दिग्विजय सिंह राजावत, सत्यनारायण कटारिया, सीपीआईएम के राज्य सचिव मंडल सदस्य कामरेड दुलीचंद बोरदा, कामरेड गोपाल शर्मा, कामरेड कालीचरण, मदन मोहन शर्मा, अली मोहम्मद, महिला मजदूर नेता पुष्पा खींची, योगेश चंद्र आदि नेताओं ने किया सम्बोधित।
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