भ्रम फैला रही है सरकार, चारों तरफ हो रहा है विरोध
वक़्फ़ संशोधन एक्ट पर वेलफेयर पार्टी ऑफ़ इंडिया की प्रेस वार्ता आयोजित
कोटा। वेलफेयर पार्टी ऑफ़ इंडिया कोटा इकाई की ओर से मंगलवार को वक़्फ़ संशोधन एक्ट पर एक प्रेसवार्ता का आयोजन कर एक्ट को पूरी तरह असंवैधानिक और मुस्लिम विरोधी बताया गया।
पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष सैफ़ुल्लाह ख़ान ने उम्मीद एक्ट को देशवासियों के साथ धोखा क़रार दिया। उन्होंने कहा कि संविधान ने देश में प्रत्येक धर्म के लोगों को अपने-अपने धार्मिक मामलों के प्रबंधन का अधिकार दिया है। परंतु वक़्फ़ संशोधन एक्ट लाकर सरकार उन अधिकारों को सीमित और प्रतिबंधित करने का कुत्सित प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि इस एक्ट के कई प्रावधान वक़्फ़ संपत्तियों की पवित्रता और उनके प्रबंधन के लिए ख़तरा हैं। एक्ट वक़्फ़ संपत्तियों पर क़ब्ज़ा कराने और अतिक्रमण के रास्ते खोलता है।
वहीं वेलफेयर पार्टी ऑफ़ इंडिया के ज़िला अध्यक्ष आसिफ़ हुसैन ने कहा कि यह विडंबना ही है कि भाजपा सरकार जिस वर्ग के उत्थान के लिए एक्ट लाती है उसी वर्ग को वह एक्ट समझ नहीं आता है। उन्होंने कहा कि पूर्व में ही देश के प्रबुद्धजनों, इस्लामिक मामलात के जानकारों सहित आमजन ने जेपीसी के समक्ष इस एक्ट के विरोध में अपनी आपत्तियां प्रस्तुत की थीं। 5 करोड़ से अधिक सुझाव ई मेल के ज़रिए जेपीसी को भेजे गए। परंतु सरकार ने तानाशाही का रवैया अपनाते हुए उन सभी सुझावों को दरकिनार करते हुए संसद के सदनों में महज़ अपने संख्या बल का उपयोग करते हुए इस असंवैधानिक और पक्षपातपूर्ण अधिनियम को पास करवा लिया। इस एक्ट की धारा 3 (र ) में वक़्फ़ करने के लिए 5 वर्षों तक इस्लाम का पालन करने की शर्त लगाई गई है जो कि पूर्णतः अनुचित है। क्यूंकि यह कौन और किस प्रकार तय करेगा की कोई व्यक्ति इस्लाम का पालन करने वाला है कि नहीं ? वेलफेयर पार्टी के ज़िला महासचिव मुहम्मद खालिद ने कहा कि भाजपा सरकार ने बहुसंख्यकों के तुष्णिकरण के लिए आनन फ़ानन और जल्दबाज़ी में वक़्फ़ अधिनियम एक्ट पास करा लिया है। जिसमें असंख्य विसंगतियां हैं। जिन पर उच्चतम न्यायालय ने भी संज्ञान लेते हुए केंद्र सरकार से जवाब मांगा है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा इस एक्ट के माध्यम से यूज़र वक़्फ़ को हटाना पूर्णतः अनुचित और वक़्फ़ संपत्तियों को हड़पने का प्रयास है जिसे स्वीकार नहीं किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड इस काले क़ानून के ख़िलाफ़ संघर्ष कर रहा है। वेलफेयर पार्टी ऑफ़ इंडिया बोर्ड के साथ मिल कर संवैधानिक और न्याय संगत रूप से इस अभियान को अपना समर्थन देगी।
नगर निगम कोटा उत्तर वार्ड 52 के पार्षद मोहम्मद आसिम ने कहा कि यह उम्मीद एक्ट नहीं बल्कि ना उम्मीद करने वाला एक्ट है। जिससे वक़्फ़ बोर्ड की रचना में बदलाव और बोर्ड में अन्य समुदाय के लोगों की नियुक्ति की जाएगी जो कि सर्वथा अनुचित है।
प्रेस वार्ता में ये रहे मौजूद
मीडिया सचिव दिनेश सक्सेना ने बताया कि प्रेस वार्ता में अशफ़ाक़ हुसैन अंसारी, दिनेश सक्सेना, अनवर क़ुरैशी, जावेद अख़्तर अंसारी, मोहम्मद इरफ़ान, जावेद काग़ज़ी, आफ़ताब अंसारी आदि मौजूद रहे।
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