इस स्थान से अंग्रेजों ने दो दशक से ज्यादा राज करा। यह वह स्थान है। और उन्होंने भगत सिंह को यहां रखा।मैं जब यहां आया तो मन में एक नई शक्ति का संचार हुआ। भगत सिंह जी के वाक्य, “वह
दिल्ली विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग के 62वें स्थापना दिवस पर उपराष्ट्रपति के संबोधन का पाठ
