___शहर में कई जगह पर लगे जाम
#जलालाबाद। राग-रंग और उत्सवों की इस धरती पर आखिरकार कब तक जिंदगी डर के साए में बीतेगी, जिंदगी का हर पल उत्सव की तरह बिताने वाले भारतीय आखिर कब तक घर में घुसकर एक नीरस जीवन बिताते रहेंगे। अंततः लोगों ने डर से आंखें मिलाना सीख लिया है। आज दिन बुधवार को करवाचौथ का त्यौहार है। जिसको लेकर महिलाओं में खासा उत्साह रहता है। इसी के तहत आज जलालाबाद एवं अन्य बाजारों में काफी चहल पहल और रौनक देखने को मिली। कई चौराहों पर तो जाम की स्थिति बन गई। महिलाएं एवं पुरुष दोनों ही जरूरत का सामान खरीदते नजर आए। तो वही जलेबी और मिठाई की दुकानों के आगे खासकर काफी भीड़ देखने को मिली। आज जगह-जगह हलवाइयों ने जलेबी के स्टॉल तथा ठेले आदि लगा रखे थे जिन पर काफी भीड़ थी। करवाचौथ के त्यौहार पर लगभग हर व्यक्ति आपको जलेबी तथा इमरती खरीदता हुआ मिल जाएगा। एक और तो त्योहार अपने साथ खर्चा लाते हैं परंतु वहीं दूसरी ओर अगर देखा जाए तो यह त्यौहार कई छोटी पूंजी वाले व्यापारियों एवं रेहड़ी पटरी वालों के लिए वरदान भी सिद्ध होते हैं क्योंकि इन रेहड़ी पटरी वालों एवं अत्यंत छोटे व्यापारियों की बिक्री त्योहारों पर खासा बढ़ जाती है। जिससे वह अच्छा खासा धन कमा लेते हैं यही कारण है कि भारत में त्यौहारों को अर्थव्यवस्था की रीढ़ कहा जाता है परंतु एक बात और अभी ध्यान देने वाली है कि कोरोनावायरस अभी टला नहीं है अभी भी करोना के मामले लगातार सामने आ रहे हैं इसके तहत हर व्यक्ति के लिए जरूरी है कि वे उत्सव तो मनाएं। परंतु साथ-साथ अपनी पूरी सावधानी भी बरते जिससे कि त्यौहार का मजा फीका न हो जाए। वह जब घर से बाहर जाए तो मास्क अवश्य लगाए एवं सेनेटाइजर का प्रयोग करता रहे। जिससे व्यक्ति स्वस्थ रहेगा और स्वस्थ रहेगा तभी तो वह सभी त्योहारों और उत्सवों का पूर्ण आनंद उठा सकेगा।
Janpad Shahjahanpur se jitendra Kumar Kashyap ki report
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