उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के नवाबगंज क्षेत्र में स्थित एक छोटे से गाँव से ताल्लुक रखने वाले कामरान आज मेहनत, संघर्ष और प्रतिभा का जीता-जागता उदाहरण हैं। मात्र 15 वर्ष की उम्र में उन्होंने शिक्षा, खेल-कूद, साहित्य और कला में ऐसी उपलब्धियाँ हासिल की हैं, जो किसी भी युवा के लिए प्रेरणा का स्रोत हो सकती हैं। लेकिन आर्थिक कठिनाइयों के कारण उनका यह सफर संघर्षों से भरा रहा है। उनकी कहानी यह दिखाती है कि प्रतिभा किसी साधन की मोहताज नहीं होती, लेकिन सही समय पर सहयोग और समर्थन उन्हें नई ऊँचाइयों तक पहुँचा सकता है।
कामरान का संघर्षपूर्ण जीवन
कामरान एक साधारण किसान परिवार से आते हैं। उनके पिता खेती-बाड़ी के साथ परिवार की आर्थिक जिम्मेदारियों को सँभालते हैं। कामरान को भी घर के बड़े बेटे होने के नाते न केवल अपनी पढ़ाई और लेखन को संभालना पड़ता है, बल्कि घरेलू कार्यों में भी मदद करनी पड़ती है।
उनका विद्यालय जवाहर लाल राष्ट्रीय इंटर कॉलेज, नवाबगंज उनके घर से 8 किलोमीटर दूर है। कामरान इसे प्रतिदिन साइकिल से तय करते हैं। सुबह से लेकर शाम तक पढ़ाई और खेल-कूद में समय देने के बाद, वे रात में अपनी कविताएँ लिखते हैं। बावजूद इसके, उनके पास किताबें, साहित्यिक सामग्रियाँ, और प्रकाशन के लिए पर्याप्त साधन नहीं हैं।
सम्मानों की झलक: प्रतिभा का प्रमाण
कामरान ने अपने संघर्षों के बावजूद ऐसी उपलब्धियाँ हासिल की हैं, जो उनकी मेहनत और अद्भुत प्रतिभा को दर्शाती हैं।
शैक्षणिक उपलब्धियाँ
1. ग्रामीण प्रतिभा खोज परीक्षा (GTPP):
2023 में प्रथम स्थान प्राप्त कर उन्होंने एक साइकिल जीती।
2024 में तीसरे स्थान पर आने पर उन्हें ट्रॉली बैग और मेडल मिला।
2022 में पाँचवीं रैंक के साथ एक किताब पुरस्कार स्वरूप मिली।
2. सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता:
सरदार पटेल सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता (2023 और 2024) में लगातार द्वितीय स्थान।
विज्ञान क्विज प्रतियोगिता (2022 और 2023) में टॉप 50 में नाम आने पर शैक्षिक भ्रमण का अवसर।
खेल-कूद में उत्कृष्टता
1. ब्लॉक स्तर प्रतियोगिताएँ:
2022 में 100 मीटर दौड़ और लंबी कूद में द्वितीय और तृतीय स्थान।
2023 में ब्लॉक स्तरीय संसद खेल स्पर्धा में 200 मीटर दौड़ में प्रथम स्थान।
2. जिला स्तर:
2023 में संसद खेल स्पर्धा में 200 मीटर दौड़ में प्रथम स्थान।
साहित्य और लेखन के क्षेत्र में सम्मान
1. राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर मान्यता:
नेपाल की संस्था शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउंडेशन द्वारा ‘हिंदी काव्य रत्न’ मानद उपाधि।
नमो फाउंडेशन, सिंगरौली, मध्यप्रदेश द्वारा ‘गुरु नानक देव सम्मान’, ‘विचारक्रांति मानवता सम्मान’, और ‘निराला काव्य रत्न 2024’।
आर्या पब्लिकेशन, लखनऊ से ‘स्वर्णिम साहित्य बाल संसद सम्मान’, ‘स्वर्णिम शिक्षक दिवस सम्मान’, ‘स्वर्णिम मातृभाषा हिंदी सम्मान’।
2. विशेष लेखन और कविता:
वेदिक प्रकाशन द्वारा ‘उत्कृष्ट सह-लेखक’ सम्मान।
कलम की ताकत समूह द्वारा ‘कलम के साहित्यकार’ खिताब।
अनुपमा (सब की सहेली) द्वारा चित्र आधारित लेखन प्रतियोगिताओं में सम्मान।
3. विद्यालय स्तर:
जवाहर लाल राष्ट्रीय इंटर कॉलेज द्वारा ‘वोकल फॉर लोकल’ संवाद और संभाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान।
अन्य उपलब्धियाँ
उनकी रचनाएँ कई पुस्तकों और संकलनों में प्रकाशित हुई हैं, जैसे ‘संस्कारों की क्यारी’।
उनकी खुद की रचनाएँ, जिनमें ‘अंधेरे से रोशनी तक’ (लघुकथा संग्रह) और काव्य संग्रह शामिल हैं, आर्थिक कठिनाइयों के कारण अभी तक प्रकाशित नहीं हो पाई हैं।
कामरान के लिए आर्थिक सहयोग का महत्व
कामरान का जीवन संघर्ष की प्रेरणा है, लेकिन उनकी प्रतिभा को उचित मार्गदर्शन और आर्थिक सहयोग की जरूरत है। आर्थिक तंगी के कारण:
उनकी कविताएँ और लघुकथा संग्रह प्रकाशित नहीं हो सके।
उच्च शिक्षा के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध नहीं हैं।
साहित्यिक और सांस्कृतिक आयोजनों में भाग लेने की उनकी सीमित क्षमता है।
यदि कामरान को मदद मिले तो न केवल उनका सपना पूरा होगा, बल्कि वे देश और समाज के लिए साहित्य और कला के क्षेत्र में बड़ा योगदान दे सकते हैं।
सहयोग की अपील
कामरान की प्रतिभा को बढ़ावा देने के लिए आपका छोटा सा योगदान उनके जीवन में बड़ा बदलाव ला सकता है। उनके पास साधन सीमित हैं, लेकिन उनके सपने अनंत हैं। यदि आप किसी भी रूप में उनकी सहायता कर सकते हैं, तो यह न केवल एक प्रतिभाशाली युवा का भविष्य सँवारने का कार्य होगा, बल्कि यह समाज को साहित्य और कला के क्षेत्र में एक नया सितारा प्रदान करने जैसा होगा।
कामरान जैसे युवाओं को प्रोत्साहन देकर हम एक नई पीढ़ी को प्रेरित कर सकते हैं। आइए, उनके सपनों को सच करने में उनका साथ दें।
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