पीलीभीत। न्यूयॉर्क में बाघिन को क्वारंटीन किए जाने के बाद पीलीभीत टाइगर रिजर्व में ऐसे वन्यजीवों की पड़ताल के लिए सिस्टम अपग्रेड किया गया है। इसमें बीमार या फिर और किसी प्रकार की समस्या से ग्रसित वन्यजीवों का लाइव अधिकारी देख रहे हैं। यही नहीं इनके व्यवहार या आचरण में किसी भी प्रकार का बदलाव आने पर इसका आंकलन किया जाएगा। इसके लिए यहां सभी रेंजों में दस-दस वीडियो कैमरों को पूरी तरह से सक्रिय कर दिया गया है। हर तीसरे दिन कैमरों के इनपुट को चेक किया जा रहा है।
कोरोना वायरस के संक्रमण के जद में पूरी दुनिया आ चुकी है। पिछले दिनों न्यूयॉर्क में एक बाघिन को भी क्वारंटीन किया गया था। इस जानकारी के बाद पीलीभीत में भी टाइगर रिजर्व के अधिकारी सतर्क हो गए। वन्यजीवों में किसी प्रकार की कोई बीमारी तो नहीं है, इसकी जांच के लिए आदेश आया तो पीटीआर ने इसमें नया कदम उठाया है।
अब तक बाघों और अन्य वन्यजीवों की पहचान और लोकेशन के लिए कैमरे लगाए जाते थे। फोटो से इनकी पहचान होती थी। कोरोना संक्रमण का पता लगाने और बीमार और अन्य समस्या ग्रसित जानवरों की लाइव जानकारी के लिए यहां पर सभी रेंजों में दस-दस वीडियो कैमरों को लगाया गया है। तीन दिन वीडियो शूट और एक दिन स्टिल फोटोग्राफी की जा रही है।
इससे लाभ यह होगा कि जानवरों की चाल और हालत सब कुछ स्पष्ट हो सकेगा। तीसरे दिन सभी रेंजों से वीडियो कैमरा खोलकर देखा जाएगा। यदि किसी रेंज में बीमार जानवर कैद होता है, तो तत्काल ही मौके पर टीम को भेजकर जांच कराने के लिए योजना बनाई जाएगी। वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए प्रदेश में शायद पहला पीलीभीत टाइगर रिजर्व है जहां वीड़ियो कैमरे से निगरानी शुरू की गई है।
मिले निर्देश पर वन्य जीवों की सुरक्षा और बीमार वन्यजीवों की पड़ताल के लिए हर रेंज में दस दस वीडियो कैमरा लगाए गए हैं। तीसरे दिन कैमरों में कैद वीडियो को देखा जाएगा। ऐसा पहली बार वन्यजीवों की सुरक्षा के लिहाज से हो रहा है।
– नवीन खंडेलवाल, डीडी, पीलीभीत टाइगर रिजर्व
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