लखीमपुर खीरी I में नागरिक संशोधन कानून की अधिसूचना जारी होते ही खीरी में पांच शरणार्थियों को चिन्हित कर लिया गया है। इसमें दो पुरुष और तीन महिलाएं हैं। दोनों पुरुष बांग्लादेशी और तीनों महिलाएं पाकिस्तानी है। बांग्लादेशी पुरुषों के पूर्वज यहां आकर बस गए थे और तभी से ये निघासन इलाके में रह रहे हैं। तीनों महिलाएं पाकिस्तान से शादी करके खीरी आई हैं। दोनों बांग्लादेशी ने नागरिकता मांगी है। पाकिस्तानी महिलाएं वीजा के आधार पर रह रही हैं। नागरिकसंशोधन कानून की अधिसूचना जारी होते ही गृह विभाग ने खीरी में रह रहे शरणार्थियों को चिन्हित कर उनकी रिपोर्ट मांगी थी। खीरी प्रशासन ने शरणार्थियों चिन्हित कर उनकी रिपोर्ट शासन को भेज दी है। इस रिपोर्ट के अनुसार खीरी में पांच शरणार्थियों को चिन्हित किया गया है। यह काफी समय से यहां रह रहे हैं। हर साल ये अपने बीजा का नवीनीकरण कराते हैं। इसमें से दो बांग्लादेशी हैं। यह निघासन इलाके में रह रहे हैं। इनके पूर्वज काफी समय पहले खीरी आए थे और यहीं बस गए। इनको नागरिकता नहीं मिल पा रही थी। यह बीजा के आधार पर यहां रह रहे थे। अब इन्होंने नए कानून के तहत नागरिकता मांगी है और अपना आवेदन डीएम को दिया है। उनको नागरिकता दिए जाने के संबंध में विचार चल रहा है। वहीं दूसरी तरफ तीन पाकिस्तानी महिलाएं भी शरणार्थी के रूप में खीरी में रह रही हैं। यह तीनों महिलाएं शादी करके खीरी आई थी। इसमें दो महिलाएं लखीमपुर में और एक गोला में रह रही हैं। तीनों महिलाएं वीजा के आधार पर यहां रह रही हैं। हर साल ये अपने बीजा का नवीनीकरण कराती हैं। अभी तक इनको नागरिकता नहीं मिली है। अभी तक इन्होंने ने नागरिकता के लिए आवेदन किया है या नहीं। इसकी जानकारी प्रशासन के पास नहीं है। नागरिकता के लिए इनका आवेदन प्रशासन को नहीं मिला है। हो सकता है कि इन्होंने ऑनलाइन आवेदन किया हो। फिलहाल इनकी जानकारी शासन को भेजी गई है।
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