लखीमपुर खीरी
उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ की तहसील इकाई के पदाधिकारियों ने अपनी मांगों को लेकर 12 सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम को सौंपा है। उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के पदाधिकारियों ने शुक्रवार को एसडीएम सुनन्दू सुधाकरन को सौंपे ज्ञापन में कहा है कि संस्था के निरंतर के अनुरोध के बाद भी जीपीएफ/एनपीसी पासबुक अद्यावधिक नहीं की जा रही हैं जो कि न सिर्फ वित्तीय अनिमितता की ओर इंगित करता है बल्कि भविष्य में सम्वर्ग सदस्यों को गंभीर क्षति पहुंचाने का कारण बन सकता है। जिला स्तर से बार-बार निर्देश संस्था के अनुरोध के बाद भी आयकर कटौती ऑनलाइन नहीं की जा रही है जिससे आयकर रिटर्न फाइल करना सम्भव नहीं हो पा रहा है। ऐसी दशा में आयकर विभाग द्वारा कोई कार्रवाई की जाती है तो इसका जिम्मेदार नियोक्ता होगा।
संगठन का कहना है कि पेयजल, शौंचालय, मीटिंग हाल की साफ सफाई की व्यवस्था नहीं हो पाई है जिसे तत्काल कराया जाए। लेखपाल रामऔतार राठौर, अनिल प्रताप सिंह का अवकाश अवधि का ऐरियर अभी तक नहीं दिया गया है जबकि एसडीएम द्वारा आदेश दिया जा चुका है जिसे तत्काल दिलाया जाए। लेखपाल मनोज कुमार का 25 अगस्त से 18 अक्टूबर तक वेतन और बोनस लंबित है जिसे दिलाया जाए। सातवें वेतन आयोग के वेतन का भुगतान लेखपाल देशराज, मनोज वर्मा, लालचन्द्र यादव का अवशेष रह गया है जिसे कराया जाए।
शासन द्वारा आवारा पशुओं को गौशाला भेजने के लिए राजस्व सहित अन्य विभागों की जिम्मेदारी दी गई है जबकि लेखपाल के प्रांतीय संगठन द्वारा प्रमुख सचिव को अवगत करा दिया गया है कि लेखपाल केवल गोशाला के लिए जमीन का चिन्हांकन करेंगे। अन्य कार्याें के लिए दबाव न बनाया जाए। लेखपालों का कहना है कि लोकसभा निर्वाचन में मतदेय स्थल पर सुविधा प्रदान करने के लिए तीन सौ रुपया प्रति मतदेय स्थल धनराशि का भुगतान कराया जाए। एसीपी लगने के बाद देय ऐरियर का भुगतान लेखपाल चेतराम राना, विवेक श्रीवास्तव, रामबाबू का शेष है जिसे दिलाया जाए। कुछ लेखपालों को जबरन अतिरिक्त क्षेत्रों का कार्यभार दिया गया है जिससे वह अपना कार्य सुचारु रूप से नहीं कर पा रहे हैं। अतिरिक्त क्षेत्रों का कार्य भार सहमत के आधार पर ही दिया जाए। ज्ञापन सौंपने वालों में संघ के तहसील अध्यक्ष आदित्य कुमार मिश्रा, मंत्री भूपेन्द्र सिंह वर्मा, जयप्रकाश वर्मा, हेमलता वर्मा, रजनीश कुमार सिंह समेत तमाम लेखपाल मौजूद थे।
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