सिद्धार्थनगर। शिक्षिका अंजली के मौत जांच एसडीएम सदर उमेश चंद्र निगम ने डी एम के आदेश पर नए सिरे से प्रारम्भ कर दी है। उन्होंने घटना स्थल का निरीक्षण किया, मकान मालिक और उसके घर वालों से एक-एक करके पूछताछ की। जो बयान सामने आए हैं वह पूरी तरह से रटे-रटाए लग रहे थे। जिससे मामला संदिग्ध लग हो रहा है। शिक्षिका अंजली की लाश मोहाना कस्बे में 21 मई अपने कमरे में जली हालत में मिली थी, गले में जंजीर बंधी थी जिसे बेड के एक पाए से घुमाकर ताला लगाया गया था तथा पैर भी तार से बंधा था। मोहाना पुलिस ने मौत को आत्महत्या करार दे दिया और एक शिक्षक के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज कर जेल भेज दिया। पर्दाफाश के बाद से ही शिक्षक संघ प्रशासन से दोबारा जांच की मांग कर रहा था। बढ़ते दबाव के कारण डीएम ने जांच की जिम्मेदारी एसडीएम सदर उमेश चंद्र निगम को सौंपी है। जांच के पहले दिन एसडीएम घटना स्थल पर गए माकन मालिक रामकुबेर उसके बेटे दुर्गा व बेटी दीपिका और नीतू से अलग अलग पूछताछ की। बारी-बारी पूछताछ में सबके बयान रटे-रटाए लग रहे थे। ऐसे प्रतीत हो रहा था कि पूरी कहानी एक साथ रटाई गई हो। एसडीएम ने बताया कि मामाला काफी गंभीर है जांच जारी है, निष्पक्ष जांच होगी तथा दोषी के खिलाफ कार्यवाही पक्की हैं।
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