बहराइच 30 जून। बुधवार को देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी डॉ दिनेश चन्द्र ने निर्देश दिया कि आयुष्मान भारत योजना अन्तर्गत गोल्डेन कार्ड की प्रगति में अपेक्षित सुधार लाया जाय तथा राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अन्तर्गत चिन्हित सभी बीमार बच्चों को शत-प्रतिशत उपचार सुनिश्चित कराया जाय। डीएम ने यह भी निर्देश दिया कि इन्कारी परिवारों के लगभग 1200 का एक सप्ताह में शत-प्रतिशत टीकाकरण कराया जाय। डीएम ने निर्देश दिया कि इन्कारी परिवारों को मोबिलाइज़्ड़ कर छूटे हुए बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण करायें।
डीएम डॉ. चन्द्र ने निर्देश दिया कि ऐसे उप स्वास्थ्य केन्द्र जहॉ पर टीकाकरण सामान्य से कम है वहॉ पर अभियान संचालित कर टीकाकरण करायें। डीएम ने निर्देश दिया संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ से पूर्व गांवो/मजरों में अभियान चलाकर बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण करायें। संचारी अभियान की सफलता के लिए डीएम ने सम्बन्धित विभागों को निर्देश दिया कि समन्वय के साथ विभागीय उत्तरदायित्वों का निर्वहन करते हुए संचारी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण हेतु लोगों को जागरूक किया जाय।
डीएम डॉ. चन्द्र ने ओ.पी.डी. एवं ई-संजीवनी ओ.पी.डी. में सुधार लाये जाने का निर्देश दिया साथ ही संतोषजनक कार्य न पाये जाने पर 10 कम्यूनिटी हेल्थ वर्कर्स को नाटिस जारी किये जाने का निर्देश दिया। डीएम ने निर्देश दिया कि वी.एच.एन.डी. सत्रों पर समस्त लॉजिस्टिक एवं दवाओं की उपलब्धता तथा निर्माणाधीन 06 हेल्थ वेलनेस सेन्टरों का निर्माण शीघ्र पूर्ण करने हेतु सम्बन्धित कार्यदायी संस्था को नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। डीएम ने कहाकि स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा हेतु उनके द्वारा प्रत्येक सप्ताह प्रभारी चिकित्साधिकारियों के साथ जू़म मीटिंग करेंगे।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी कविता मीना, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एस.के. सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एम.एम. एम. त्रिपाठी, जिला विकास अधिकारी राजेश कुमार मिश्र, डीपीआरओ उमाकान्त पाण्डेय, जिला कार्यक्रम अधिकारी जी.डी. यादव, बीएसए अजय कुमार, सीवीओ डॉ. एम.के. सचान, प्रशिक्षु पी.सी.एस. अमन देओल सहित गोद लिए गये गावों के नोडल अधिकारी, प्रभारी चिकित्साधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी व अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।
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