रिपोर्ट : वसीम अहमद
रुपईडीहा बहराइच। भारत नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र के नवसृजित नगर पंचायत रुपईडीहा के वर्तमान एवं भावी कारिन्दों तथा जनहित के मुख्य ठेकेदारों द्वारा अपना नया कारनामा दिखाना शुरु कर दिया है। विदित हो अभी हाल में ही क्षेत्रीय विधायक ने अपने प्रयासों से ग्राम पंचायत केवलपुर रुपईडीहा को नगर पंचायत का दर्जा दिलवाया है। परन्तु इस समय जनहित भावी ठेकेदारों द्वारा “अन्धे के बटेर लगना” कहावत चरितार्थ की जा रही है।जो सरकार के सामाजिक विषमता को दूर करने के सारे प्रयासों पर पलीता लगाने का काम कर रहे हैं। उदाहरण के तौर पर रुपईडीहा नगर मे सन् 2000 से स्थापित डाँ. बी.आर.अम्बेडकर सिटी माण्टेसरी जूनियर हाईस्कूल ,चकिया रोड़ रुपईडीहा के बच्चे विगत दिनों हुई भारी वर्षा के चलते विद्यालय जाने वाले रास्ते पर जगह-जगह जलभराव और कीचड़ में चलने को मजबूर हैं। इस सड़क का निर्माण पूर्व प्रधान मो0 जुबेर अहमद फारूकी की कार्य योजना में शामिल था। परन्तु दुर्भाग्य वश मो0 जुबेर फारुकी की प्रधानी चली गई, इसके बाद वर्तमान प्रधान हाजी अब्दुल कलीम ने भी अपनी कार्य योजना मे शामिल भी किया। इसके लिए विद्यालय के प्रधानाचार्य अभी तक सम्पर्क करते रहे और वस्तु स्थिति से अवगत भी कराते रहे। परन्तु आजतक दुर्भाग्यवश विद्यालय को जाने वाली सड़क बन नहीं पायी। लगता है इस विद्यालय का नाम संविधान निर्माता बाबा साहब अम्बेडकर का नाम होने के कारण इन जनहित के मुख्य ठेकेदारों द्वारा विद्यालय को दलित,अछूत विद्यालय घोषित कर सड़क निर्माण की सारी सम्भावनाओं को समाप्त कर दिया है। ऐसे मे विद्यालय के प्रधानाचार्य डा0 मनमोहन शुक्ला द्वारा मुख्यमंत्री के पोर्टल पर शिकायत करने का निश्चय कर लिया है। अगर नगर पंचायत रुपईडीहा चुनाव से पहले विद्यालय की सड़क न बनी तो पूरा विद्यालय परिवार स्टाफ व बच्चों सहित आज से अपनी बाँह पर काली पट्टी बाँधकर अपना आक्रोश व्यक्त करेंगे। अगर इस पर बात नहीं बनी तो विद्यालय परिवार छात्र- छात्राओं व अभिभावकों सहित चक्का जाम की रणनीति बनायेंगे। जिसकी सारी जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की होगी।
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