हिन्दू कालेज में सेना के सम्मान में ‘राष्ट्र प्रथम’ आयोजन
दिल्ली। राष्ट्र सर्वोपरि है और राष्ट्र से बढ़कर कुछ नहीं होता। हमारी वीर सेनाओं ने आतंकवाद की कायरतापूर्ण हरकतों का डटकर मुकाबला किया है और दुनिया भर को यह सन्देश दिया है कि भारत की सम्प्रुभता को कोई चुनौती नहीं दे सकता। हिन्दू कालेज में ‘राष्ट्र प्रथम’ आयोजन में भारतीय सेना के प्रति सम्मान और आभार प्रकट करते हुए प्राचार्य प्रो अंजू श्रीवास्तव ने कहा कि शिक्षा के केंद्र होने के नाते हमारे लिए ज्ञान और अनुशासन की साधन महत्त्वपूर्ण है किन्तु सारे ज्ञान और अनुशासन के लिए सबसे ऊपर राष्ट्र की गरिमा, रक्षा और सम्प्रुभता है। प्रो श्रीवास्तव ने कहा कि देश है तो हम हैं और देश के लिए हमारा सर्वस्व समर्पित है।
आयोजन में राष्ट्रीय सेवा योजना (एन एस एस) और नेशनल केडेट कोर (एन सी सी) के गीतों का गायन किया गया। महाविद्यालय की संगीत संस्था अलंकार के कलाकारों ने संदेशे आते हैं और तेरी मिटटी में मिल जावां जैसे लोकप्रिय गीतों की प्रस्तुति से समां बाँध दिया और श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। संयोजन कर रहे राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ पल्लव ने कहा कि प्रेमचंद ने दुनिया का सबसे अनमोल रतन उस रक्त की बूँद को कहा है जो उस वीर सैनिक की है जिसने देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। उन्होंने माखनलाल चतुर्वेदी की प्रसिद्ध रचना पुष्प की अभिलाषा का उल्लेख भी किया जिसमें सबसे ऊपर देश की महिमा बताई गई है। अंत में नेशनल केडेट कोर अधिकारी प्रो हरीन्द्र कुमार ने आभार प्रदर्शित करते हुए कहा कि हमारा समूचा विश्वविद्यालय और महाविद्यालय देश के लिए तत्पर हैं और निर्देश दिए जाने पर किसी भी सेवा के लिए हम सब प्रस्तुत हैं। आयोजन में उप प्राचार्य प्रो रीना जैन, कोषाधिकारी डॉ वरुणेन्द्र रावत, प्रशासनिक अधिकारी श्रीमती राजेश शर्मा, प्रो अनिरुद्ध प्रसाद, प्रो रुबीना नकवी सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी, शिक्षक, शैक्षणिक कर्मचारी और महाविद्यालय के अन्य सदस्य उपस्थित थे। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
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