2019 के लोकसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. पक्ष और विपक्ष ने अपनी कवायद तेज कर दी है. उधर बिहार में सीट बंटवारे को लेकर अभी तक कोई ठोस फॉर्मला नहीं निकला है. 16 जुलाई को नीतीश कुमार ने सीट बंटवारे के प्रस्ताव पर कहा था कि सब कुछ सबकुछ एकाध महीने के भीतर होगा. अब एक महीने से ज्यादा का वक्त बीच चुका है, लेकिन अभी तक न बीजेपी की तरफ से सीट के बंटवारे पर कोई संदेश आया और न ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ से कोई पहल की गई है यानि अभी और इंतज़ार करना होगा. सूत्रों के अनुसार नीतीश भी इस महीने के आखिर तक इंतज़ार करने का मन बना चुके हैं ताकि आगे को रणनीति पर विचार कर सके.इस बीच एनडीए की सहयोगी दल आरएलएसपी ने बिहार में सियासी खीर पकाने की बात कह सियासी पारा चढ़ा दिया है. लेकिन बीजेपी और जेडीयू सीट बंटवारे के मुद्दे पर तकरार से बच रहे हैं. नीतीश सरकार में बीजेपी कोटा से मंत्री विनोद नारायण झा सीट के समझौते को केंद्रीय नेतृत्व पर टाल रहे हैं. एबीपी न्यूज़ ने विनोद नारायण झा से बात की.विनोद नारायण झा ने लालू यादव के प्रति उपेंद्र कुशवाहा के सॉफ्ट रवैये के खिलाफ जाकर आरजेडी सुप्रीमो पर जमकर निशाना साधा. जब बारी सीट बंटवारे की आई तो केंद्रीय नेतृत्व पर बात थोपकर अपना पल्ला झाड़ लिया. हालांकि उन्होंने इतना जरूर कहा कि सबको क्षमता के हिसाब से सीटें मिलेंगी.उपेंद्र कुशवाहा कह चुके हैं कि सीटों का बंटवारा सही समय पर हो, इस पर उन्होंने कहा, ”ये हमलोगों के हाथ में नहीं है. ये हमारा केंद्रीय नेतृत्व करेगा. 2019 में एनडीए का मुख्यमंत्री कौन हो यह अभी ही तय हो जाए, उपेंद्र कुशवाहा के इस बयान पर विनोद नारायण झा ने कहा कि उसका समय अभी नहीं है. यदि वो कह रहे हैं तो वो मान्य नहीं है. अभी लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. इस चुनाव में हमारे प्रधानमंत्री उम्मीदवार नरेंद्र मोदी हैं. सीटों का निर्णय केन्द्रीय नेतृत्व करेगा. जिसकी जितनी क्षमता है उतनी उसकी भागेदारी होगी.”नीतीश कुमार के बार में उन्होंने कहा, ”नीतीश कुमार जी हमारे सम्मानित नेता हैं और बिहार में एनडीए के सर्वोच्च नेता हैं.” किसको कितनी सीट देंगे, इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ”संख्या का निर्धारण हम नहीं कर सकते. मुझे इसकी जानकारी नहीं है. जो भी जानकारी होगी वो नीतीश जी के राय से होगी. सभी दलों के शीर्ष नेता मिलेंगे और अच्छा समाधान ढूढेंगे. ऐसा समाधान ढूढेंगे वो सबके लिए मान्य होगा. सब मिलकर खीर पकाएंगे. सबका दूध, सबका चीनी, सबका मेवा डलेगा और सुंदर खीर बनेगी. ये बिहार के लिए भी अच्छा है और देश के लिए भी अच्छा है.”वहीं जेडीयू ने साफ कहा कि नीतीश कुमार की अहमियत से कोई इनकार नहीं कर सकता है ऐसे में सीटों का बंटवारा भी होगा पर इसके लिए नीतीश कुमार अंतिम फैसला लेंगे. नीरज कुमार ने कहा, ”कितनी सीटें मिलेंगी इस संबंध में जानकारी नहीं है. 40 सीटों के बीच में जेडीयू की भूमिका क्या होगी यह सबको मालूम है. सही समय पर सही फैसला होगा. सीटें घटने या बढ़ने का सवाल नहीं है. एनडीए में नीतीश कुमार जी की अहमियत को कोई इंकार नहीं करता है.”बिहार में एनडीए के चार घटक दल हैं. रामविलास पासवान ने साफ कहा है कि उनकी पार्टी सात सीटों से कम पर नहीं लड़ेगी वहीं उपेंद्र कुशवाहा भी अपने तेवर से जताते रहे हैं कि उन्हें भी ज़्यादा सीटें चाहिए. जेडीयू के पास फिलहाल दो सांसद हैं और उन्हें भी 15 सीटों से कम मंजूर नहीं. ऐसे में बीजेपी के लिए मुश्किल ये है कि जेडीयू को खुश करने के चक्कर में बाकी को नाराज़ ना कर दे.दूसरी तरफ जेडीयू भी अपने सम्मान के साथ समझौता नहीं करने का फैसला चुकी है. सीट बंटवारे पर रस्सा कस्सी ज़ारी है. उधर लालू यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव के खिलाफ ईडी और सबीआई के कानूनी मकड़जाल फैले हुए हैं. तेजस्वी यादव को आईआरसीटीसी के होटल के बदले मॉल की ज़मीन के मामले में सीबीआई की अदालत में 31 अगस्त तक पेश होना है. वहीं लालू यादव को 30 अगस्त तक रांची में जमानत खत्म होने पर सीबीआई की अदालत में सरेंडर करना है. वहीं ईडी ने भी चार्जशीट दाखिल कर दी है. ज़ाहिर है ये महीना बिहार की सियासत के लिए काफी अहम है.
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