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Saturday, March 15, 2025 4:49:10 PM

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आखिर क्यों डरी हुई है बीजेपी, 2019 में कट सकतें है इन दिग्गजों के टिकट

आखिर क्यों डरी हुई है बीजेपी, 2019 में कट सकतें है इन दिग्गजों के टिकट

साल 2019 के लिए बीजेपी की रणनीति को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. आनंद बाजार पत्रिका में छपी खबर में यह जताया गया है कि 2019 को लेकर बीजेपी बहुत आशंकित है. इतनी कि पार्टी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, उमा भारती, राधा मोहन सिंह सहित अपने 150 मौजूदा सांसदों के टिकट काट सकती है. इनमें कई मंत्री भी शामिल हैं. हालांकि टिकट कटने के अलग-अलग कारण बताए जा रहे हैं.विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का टिकट बीमारी के नाम पर कट सकता है. केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती, कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने खुद पार्टी से कहा है कि वो अगला चुनाव लड़ना नहीं चाहते. पार्टी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी, झारखण्ड की खूंटी सीट से करिया मुंडा, वरिष्ठ नेता शांता कुमार और बीसी खंडूरी के टिकट उम्र के आधार पर कट जाएंगे.खास बात ये है कि बीजेपी के जिन बड़े नेताओं के टिकट काटने की बात सामने आई है उनमें यूपी, बिहार और मध्यप्रदेश के कई बड़े चेहरे शामिल हैं. यूपी से उमा भारती और मुरली मनोहर जोशी जैसे कद्दावर नेता हैं तो बिहार से कृषि मंत्री राधा मोहन का नाम है. स्पीकर सुमित्रा महाजन का संबंध मध्य प्रदेश से हैं जहां इस साल के अंत में विधानसभा के चुनाव हैं.बता दें कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज मध्‍य प्रदेश के विदिशा से, केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती उत्तर प्रदेश के झांसी से, कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह बिहार के पूर्वी चंपारण से, सुमित्रा महाजन मध्य प्रदेश के इंदौर से, मुरली मनोहर जोशी यूपी के कानपुर से, करिया मुंडा झारखण्ड की खूंटी सीट से, शांता कुमार हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा से और बीसी खंडूरी उत्तराखंड के गढ़वाल से सांसद हैं.बता दें कि साल 2014 चुनाव के बाद से बीजेपी की लोकसभा में सीटें कम हुई हैं. इसी साल मार्च में यूपी की गोरखपुर और फूलपुर सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था. वहीं इसी साल मई में यूपी की कैराना, महाराष्ट्र के गोंदिया-भंडारा लोकसभा सीट पर भी बीजेपी को हार मिली थी. हालांकि बीजेपी ने पालघर सीट पर जीत हासिल की थी. मध्यप्रदेश और राजस्थान में भी बीजेपी को हार मिली. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी 282 सीटें मिली थीं जो अब 272 रह गईं हैं. यानि बीते 4 साल में हुए उपचुनावों में बीजेपी की नुकसान हुआ है.आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए देश का मूड जानने के लिए इसी साल मई में एबीपी न्यूज़ ने सर्वे किया था. सर्वे के मुताबिक अगर लोकसभा चुनाव के लिए वोट पड़े तों नरेंद्र मोदी एक बार फिर प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठ तो सकते हैं, लेकिन बीजेपी की सीटें कम हो जाएंगी. बीजेपी को अकेले बहुमत नहीं ला पाएगी. पिछले चुनाव में बीजेपी ने अकेले ही 282 सीटों पर कब्जा किया था, लेकिन इस बार सीटों का आंकड़ा घट सकता है. सर्वे के मुताबिक देश की 543 में से एनडीए के हिस्से एनडीए को 274, यूपीए को 164 और अन्य को 105 सीटें मिलने का अनुमान है. यूपीए को 104 सीट का फायदा होने का अनुमान है.

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