भारत सरकार की “आत्मनिर्भर भारत” नीति के तहत, 8 एक्स मिसाइल और गोला बारूद (एमसीए) बार्ज के निर्माण के लिए सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय का, मेसर्स सिकोन इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, विशाखापत्तनम के साथ अनुबंध संपन्न हुआ। अनुबंध शृंखला का पहला बार्ज एलएसएएम-7 (यार्ड 75) 18 जुलाई 23 को आईएनएस तूणीर के कमांडिंग ऑफिसर कमोडोर इफ्तिखार आलम की उपस्थिति में भारतीय नौसेना को सौंपा गया था। भारतीय शिपिंग रजिस्टर (आईआरएस) वर्गीकरण नियमों के अनुसार 30 साल की सेवा जीवन देने के लिए बार्ज का निर्माण किया गया है। स्वदेशी निर्माताओं से प्राप्त सभी प्रमुख/सहायक उपकरणों के साथ, बार्ज रक्षा मंत्रालय की “मेक इन इंडिया” पहल का गौरवशाली ध्वजवाहक है।
एमसीए बार्ज के शामिल होने से जेटी और बाहरी बंदरगाहों पर भारतीय नौसेना के जहाजों की आवाजाही और माल/गोला-बारूद की उतार-चढ़ाव की सुविधा से परिचालन मिशनों के प्रति भारतीय नौसेना की प्रतिबद्धता में मदद मिलेगी।
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