पीवीआर मॉल फरीदाबाद में चौकीदार के रूप में काम करने वाले और ईएसआई बीमित श्री सुनील शर्मा की पत्नी श्रीमती प्रेमलता को स्तन कैंसर होने का पता लगा था। उनका कैंसर बहुत आगे बढ़ चुका था। हरियाणा में कई डॉक्टरों से परामर्श लेने के बाद निराश और असहाय होकर और कैंसर के इलाज के लिए आवश्यक भारी धनराशि के डर से श्रीमती प्रेमलता अंततः फरीदाबाद के ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में गईं। वहां कैंसर विभाग के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने उनका इलाज शुरू किया। डॉ. विवेक अग्रवाल, डॉ. हेमंत अत्री, डॉ. निशा और डॉ. मैत्री की टीम द्वारा मास्टेक्टॉमी की सर्जिकल प्रक्रिया और कीमोथेरेपी की कष्टदायी प्रक्रिया के बाद आज श्रीमती प्रेमलता स्वस्थ जीवन जी रही हैं। उनका कैशलेस उपचार हुआ था।
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार तथा पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेन्द्र यादव ने एक ट्वीट में श्रीमती प्रेमलता के सफल उपचार को साझा किया है। प्रेमलता, हरियाणा राज्य के पनेरा कलां गांव की एक ईएसआई लाभार्थी हैं जिनका इलाज ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, फरीदाबाद, हरियाणा में हुआ।
ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, फरीदाबाद, हरियाणा के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने कहा कि यदि स्तन कैंसर का जल्दी पता चल जाए और निर्धारित उपचार प्रोटोकॉल का पालन किया जाए तो इसका सफलतापूर्वक इलाज किया जा सकता है। यदि किसी महिला को स्तन क्षेत्र में कोई गांठ दिखाई देती है, तो उन्हें स्तन कैंसर का शीघ्र पता लगाने के लिए तुरंत किसी चिकित्सक से जांच करानी चाहिए।
ईएसआईसी, श्रम और रोजगार मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत एक संगठन है, जो बीमित श्रमिकों और उनके परिवार के सदस्यों को नकद लाभ और समग्र चिकित्सा देखभाल सहित सामाजिक सुरक्षा लाभ प्रदान करता है तथा वह “स्वस्थ कार्यबल – समृद्ध भारत” की दिशा में योगदान दे रहा है।
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