Breaking News

आवश्यकता है “बेखौफ खबर” हिन्दी वेब न्यूज़ चैनल को रिपोटर्स और विज्ञापन प्रतिनिधियों की इच्छुक व्यक्ति जुड़ने के लिए सम्पर्क करे –Email : [email protected] , [email protected] whatsapp : 9451304748 * निःशुल्क ज्वाइनिंग शुरू * १- आपको मिलेगा खबरों को तुरंत लाइव करने के लिए user id /password * २- आपकी बेस्ट रिपोर्ट पर मिलेगी प्रोत्साहन धनराशि * ३- आपकी रिपोर्ट पर दर्शक हिट्स के अनुसार भी मिलेगी प्रोत्साहन धनराशि * ४- आपकी रिपोर्ट पर होगा आपका फोटो और नाम *५- विज्ञापन पर मिलेगा 50 प्रतिशत प्रोत्साहन धनराशि *जल्द ही आपकी टेलीविजन स्क्रीन पर होंगी हमारी टीम की “स्पेशल रिपोर्ट”

Tuesday, March 18, 2025 3:50:31 PM

वीडियो देखें

भारतीय नौसेना ने पोर्ट मोरेस्बी में आईएनएस सह्याद्रि और आईएनएस कोलकाता पर पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री की अगवानी की

भारतीय नौसेना ने पोर्ट मोरेस्बी में आईएनएस सह्याद्रि और आईएनएस कोलकाता पर पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री की अगवानी की

पूर्वी आईओआर में तैनाती पर आईएनएस सह्याद्री और आईएनएस कोलकाता को पोर्ट मोरेस्बी में अपने पोर्ट कॉल के दौरान पापुआ न्यू गिनी (पीएनजी) के माननीय प्रधानमंत्री श्री जेम्स मारापे का स्वागत करने का सम्मान और अवसर प्राप्त हुआ। कैबिनेट सदस्यों और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के साथ प्रधानमंत्री की भारतीय नौसेना और भारत के उच्चायुक्त श्री इनबासेकर सुदारामूर्ति ने संयुक्त रूप से जहाज पर अगवानी की।

अपने संबोधन में पीएम मारापे ने पीएनजी में भारतीय नौसेना के जहाजों का स्वागत किया। उन्होंने 23 मई को पीएनजी का दौरा करने के लिए माननीय श्री नरेन्‍द्र मोदी को भी धन्यवाद दिया और भारत-पीएनजी संबंधों को मजबूत करने में उनके शानदार प्रयासों पर प्रकाश डाला। अधिक रक्षा सहयोग की आवश्यकता पर बोलते हुए प्रधानमंत्री मरापे ने भारतीय नौसेना के जहाजों की अधिक यात्राओं का समर्थन किया जो लोगों के बीच मेल-मिलाप में मदद करेगा।

एक मनोरम सांस्कृतिक कार्यक्रम और भारतीय व्यंजनों का मनभावन चयन स्वागत समारोह का हिस्सा बना, जिसमें भारतीय उच्चायोग के सदस्यों और भारतीय प्रवासियों ने भी भाग लिया।

भारतीय नौसेना ऐसे बंदरगाह दौरों के माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण सागर (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें व्यावसायिक बातचीत और सामाजिक कार्यक्रमों के अलावा, आने वाले जहाजों द्वारा कई क्षमता निर्माण गतिविधियां भी चलाई जाती हैं।

व्हाट्सएप पर शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *