गोलीकांड में शहीद हुए जेके सिंथेटिक कम्पनी के मजदूरों को दी श्रद्धांजलि
कोटा। कोटा के शहीद स्मारक पर शनिवार को जेके सिंथेटिक कम्पनी के गोलीकांड में शहीद हुए मजदूरों का 54 वां शहादत दिवस मनाया गया। जिसमें इटावा से सीटू के पदाधिकारी भी शामिल हुए।
शहीद स्मारक पर सीटू का झंडा फहरा कर वरिष्ठ मजदूर नेता कामरेड योगेश, मजदूरों और शहीदों के परिजनों ने पुष्पांजलि अर्पित कर शहीद मजदूर साथियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। सीटू जिला महामंत्री कामरेड उमाशंकर ने बताया कि 54 वें शहीद दिवस में मुख्य अतिथि के तौर पर माकपा जिला सचिव कामरेड दुलीचन्द बोरदा, इटावा से सीटू राज्य कमेटी के सदस्य कामरेड मुरारीलाल बैरवा उपस्थित रहे। कामरेड उमाशंकर ने कहा कि राजस्थान में अपने हक अधिकारों के मजदूरों के संघर्ष को कुचलने की नीयत से कोटा के पुलिस कर्मियों ने जेके कम्पनी के मालिक के इशारे पर निहत्थे प्रदर्शन कारी मजदूरों पर गोलीबारी शुरू कर दी थी। जिसमें 8 युवा मजदूर साथी कामरेड घनश्याम 20, कामरेड मदनलाल 20, कामरेड नोलख चन्द 20, कामरेड दौलतराम 21, कामरेड लालचंद 21, कामरेड लालाराम 21, कामरेड मनन 24, कामरेड रामनारायण 25 शहीद हुए इन सभी की उम्र 25 वर्ष से कम थी। उनकी इस शहादत को जिंदा रखते हुए 1971 में कम्पनी के गेट पर सीटू यूनियन ने शहीद मजदूर स्मारक बनाया। जहां पर हर साल शहीद मजदूर साथियों को सीटू सदस्यों द्वारा 24 फरवरी को श्रद्धांजलि अर्पित कर उनकी कुर्बानियों को याद किया जाता है।
सीटू महामंत्री मुरारीलाल बैरवा ने कहा कि जब दुनिया में मजदूरों की रक्षा के लिए पूंजीवाद के खिलाफ मजदूर आंदोलन चरम पर थे, उसी दौर में श्रम संगठन सीटू का 1970 में भारत में गठन हुआ था। राजस्थान में मजदूर क्रांति की शुरूआत सीटू के नेतृत्व में कोटा जेके कम्पनी के मजदूरों ने की। इस आंदोलन को रोकने के लिए पूंजीवादी व्यवस्था वाली सरकार और कम्पनी के मालिक ने मिलकर 1971 में सीटू के लाल झण्डे की ताकत को खत्म करने और मजदूरों को बदनाम करने के लिए पुलिस के साथ मिलकर कम्पनी के बाउंसरो ने जेके कम्पनी के गेट पर बोनस सीमा बढ़ाने की मांग कर रहे निहत्थे मजदूरों पर गोलियां चलाईं। वही दौर आज फिर शुरू हो गया है। सरकार के इशारों पर आंदोलन कारियों पर गोलियां बरसाई जा रही हैं। जिसकी सीटू संगठन घोर निंदा करता है।
सभा को इन नेताओं ने किया संबोधित
जेके मजदूर शहीद साथियों के 54 वें शहादत दिवस पर आयोजित सभा को मुख्य अतिथि माकपा जिला सचिव कामरेड दुलीचन्द बोरदा, जेके स्टेपल एंड एक्रिलिक एंप्लॉयज यूनियन महामंत्री हबीब खान, नगर कमेटी अध्यक्ष पुष्पा खींची, माकपा इटावा पीपल्दा तहसील सचिव कामरेड मुकुट बिहारी जंगम, अखिल भारतीय किसान सभा जिला सचिव कामरेड हंसराज चौधरी, टायर कोड यूनियन महामंत्री कामरेड नरेन्द्रसिंह, जेके सिंथटिक्स यूनियन महामंत्री कामरेड उमाशंकर, कामरेड अली मोहम्मद, कामरेड सुशील, कामरेड बलजीत बालिया, कामरेड प्रेमशंकर एसएफआई जिला सचिव, मुख्तयार मोहम्मद, महिला समिति जिला अध्यक्ष रजनी शर्मा, कामरेड अशोक सिंह, किसान यूनियन अध्यक्ष भगवती प्रसाद, सर्वोदय मण्डल अध्यक्ष हमीद गौड़ ने संबोधित किया। कहा कि सरकार जेके कम्पनी के मजदूरों को उनका बकाया भुगतान करे। कम्पनी को पुनः चालू कर बेरोजगार युवाओं, मजदूरों को रोजगार देने का काम करे, मजदूर विरोधी लेबर कोड को रद्द करे। शहीदों के परिजन भी बड़ी संख्या में शहीद स्मारक पर मौजूद रहे।
इन मांगों के प्रस्ताव किए पारित
54 वें शहादत दिवस पर सीटू कोटा ने जेके कम्पनी को चालू कर मजदूरों की बकाया राशि ब्याज सहित भुगतान करने, जेके कम्पनी की जमीन कॉलोनी मजदूरों की है जिस पर हमेशा मजदूरों का अधिकार सुरक्षित रखा जाए, जिसके लिए सीटू संगठन हक मिलने तक संघर्ष जारी रखेगा, मजदूरों की रक्षा करने व संविधान को बचाने के लिए कोटा सीटू यूनियन मजदूरों को लामबंद कर सरकार के खिलाफ आंदोलन को मजबूत बनाने के लिएय हर मजदूर को सीटू यूनियन से जोड़ने का काम करेगा तथा कोटा की धरती पर मजदूरों के संघर्ष को सड़क से लेकर संसद तक मजबूती से लड़ने आदि प्रस्ताव पारित किए। कार्यक्रम का समापन कामरेड गोपाल शर्मा के क्रांतिकारी संबोधन व सभी को धन्यवाद देकर किया गया।
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