Breaking News

आवश्यकता है “बेखौफ खबर” हिन्दी वेब न्यूज़ चैनल को रिपोटर्स और विज्ञापन प्रतिनिधियों की इच्छुक व्यक्ति जुड़ने के लिए सम्पर्क करे –Email : [email protected] , [email protected] whatsapp : 9451304748 * निःशुल्क ज्वाइनिंग शुरू * १- आपको मिलेगा खबरों को तुरंत लाइव करने के लिए user id /password * २- आपकी बेस्ट रिपोर्ट पर मिलेगी प्रोत्साहन धनराशि * ३- आपकी रिपोर्ट पर दर्शक हिट्स के अनुसार भी मिलेगी प्रोत्साहन धनराशि * ४- आपकी रिपोर्ट पर होगा आपका फोटो और नाम *५- विज्ञापन पर मिलेगा 50 प्रतिशत प्रोत्साहन धनराशि *जल्द ही आपकी टेलीविजन स्क्रीन पर होंगी हमारी टीम की “स्पेशल रिपोर्ट”

Saturday, May 24, 2025 3:47:46 AM

वीडियो देखें

कोटा में शिव बारात के जुलूस में फैला करंट, मची चीख पुकार

कोटा में शिव बारात के जुलूस में फैला करंट, मची चीख पुकार

16 से ज्यादा बच्चे झुलसे, दो जयपुर रैफर

हाइटेंशन लाइन से झंडा टकराने से हुआ हादसा -लोगों ने कर दी आयोजक को पिटाई

कोटा। कोटा के कुन्हाड़ी थाना इलाके के सकतपुरा में महाशिवरात्रि पर्व पर निकाली जा रही शिव बारात के जुलूस में करंट फैल गया। इससे शिव बारात में शामिल 16 से ज्यादा बच्चे झुलस गए।। इनमें दो की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें जयपुर रैफर किया गया है।

जानकारी के अनुसार सकतपुरा स्थित काली बस्ती में जुलूस में कई बच्चे धार्मिक झंडा लेकर चल रहे थे। इसी दौरान झंडा हाइटेंशन लाइन से टच हो गया। बताया जा रहा है कि जहां से शिव बारात गुजर रही थी, वहां पानी भी फैला हुआ था। इस कारण करंट तेजी से फैला। सभी बच्चों को कोटा के एमबीएस हॉस्पिटल में एडमिट कराया। जिनमें से दो को गंभीर हालत में जयपुर रैफर किया गया है। सीएम भजनलाल शर्मा ने हादसे की विस्तृत जांच के निर्देश दिए हैं।

 

परिजनों ने आयोजकों को पीटा

 

इस कार्यक्रम में कई बच्चे अकेले ही पहुंचे थे। घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई और मोहल्ले के लोग बच्चों को गोद में लेकर हॉस्पिटल की तरफ भागे। इस बीच घायल बच्चों के परिजनों को जब हादसे के बारे में पता चला तो वे भी हॉस्पिटल पहुंचे। वहां उन्होंने आयोजकों की पिटाई कर दी।

IG रविदत्त गौड़ ने बताया कि एक बच्चा 70 और एक 50 प्रतिशत तक झुलसा है। बाकी बच्चे 10 प्रतिशत तक झुलसे हैं। सभी की उम्र 9 से 16 साल के बीच है।

 

बिना परमिशन निकाली जा रही थी यात्रा

 

स्थानीय निवासी विनोद ने बताया कि बाबूलाल बैरवा और बरदीलाल बैरवा दोनों सगे भाई हैं। इन्होंने अपनी जमीन पर मंदिर बना रखा है। दो दिन से यात्रा निकालने का कह रहे थे। इसमें कई मोहल्ले वाले राजी भी नहीं थे। एक दिन पहले लोगों को इसके लिए तैयार किया गया। महिलाएं कलश लेकर चल रही थीं और बच्चों के हाथ में झंड़ा था। जैसे ही करंट फैला बच्चे इधर-उधर भागने लगे। करंट जमीन तक फैल गया था। ऐसे में जो बच्चे लाइन के नीचे थे वे सभी चपेट में आ गए। विनोद ने बताया कि प्रशासन से बिना परमिशन लिए यह यात्रा निकाली जा रही थी।

व्हाट्सएप पर शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *