महाशिवरात्रि जुलूस हादसे में दूसरे गंभीर घायल बालक की मौत
कोटा। कोटा के कुन्हाड़ी थाना इलाके में महाशिवरात्रि पर निकल रही शिव बारात में फैले करंट हादसे में मंगलवार देर रात आयोजक के 7 साल के पोते समन ने भी दम तोड़ दिया। घटना में ये दूसरी मौत है।
आयोजक को अपने पोते के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए जेल से लाया गया था, जो इसी मामले में जेल में बंद है। इससे पहले एक बच्चे शगुन ने जयपुर के एसएमएस अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था।
3 दिन में दूसरे मासूम की मौत
जानकारी के अनुसार बच्चा 2 दिन से अस्पताल में भर्ती था। देर रात साढ़े 10 बजे उसे सांस लेने में तकलीफ हुई थी। डॉक्टरों ने उसे सीपीआर दी। लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। बुधवार को समन का अंतिम संस्कार किया गया। बस्ती में समन की मौत के बाद मातम छा गया। तीन दिन के अंदर दो बच्चों की मौत ने हर किसी को झकझोर दिया। दो दिन पहले शगुन की मौत हुई थी। शगुन के सामने वाली गली में ही रहने वाले समन की मंगलवार रात मौत हो गई।
16 से अधिक बच्चे आए थे चपेट में
कोटा के कुन्हाड़ी थाना इलाके में महाशिवरात्रि पर्व पर निकाली जा रही शिव बारात में करंट फैल गया था। जिससे 16 से ज्यादा बच्चे झुलस गए थे। इनमें 13 साल के शगुन की सोमवार को मौत हो गई थी। इसके बाद शगुन के पिता मांगीलाल ने आयोजक बाबूलाल (60) और बद्रीलाल (58) के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। इसके बाद दोनों ही भाइयों को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया था। अब इन्हीं के 7 साल के पोते ने कोटा के एमबीएस अस्पताल में दम तोड़ दिया।
गमगीन माहौल में हुआ अंतिम संस्कार
जिस रामदेव मंदिर से कलश यात्रा निकाली गई थी उसके पीछे मुक्तिधाम बना हुआ है, जहां रंगीन माहौल में समन का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इसी मुक्तिधाम में दो दिन पहले शगुन का अंतिम संस्कार हुआ था। उसी की चिता के पास समन का अंतिम संस्कार हुआ।
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






