लोकतंत्र बचाओ आंदोलन संचालन समिति की बैठक सम्पन्न
कोटा। कोटा अंचल के जनतंत्र प्रेमी नागरिकों, श्रमिकों, किसानों, महिलाओं तथा सांस्कृतिक, सामाजिक संगठनों की ओर से संयुक्त रूप से गठित लोकतंत्र बचाओ आंदोलन संचालन समिति की बैठक बाल विद्यालय परिसर में आयोजित की गई।
बैठक में 23 मार्च को शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के बलिदान दिवस को लोकतंत्र बचाओ दिवस के रूप में आयोजित करने का फैसला लिया गया।
लोकतंत्र बचाओ आंदोलन समिति के संयोजक यशवन्त सिंह ने कहा कि देश में बढ़ रही अधिनायकवादी प्रवृत्तियों और केन्द्रीय सत्ता में बैठे अय्याशों एवं शासक दलों द्वारा संविधान को नष्ट किए जाने के इरादों को चुनौती देने के उद्देश्य से कोटा अंचल की लोकतांत्रिक शक्तियों, संस्थाओं और व्यक्तियों द्वारा लोकतंत्र की रक्षा करना अपरिहार्य हो गया है। इसी उद्देश्य के अंतर्गत हाड़ौती अंचल के गांवों, कस्बों और बस्तियों में जा कर व्यापक जन जागरण अभियान चलाया जाएगा।
सभा की अध्यक्षता करते हुए अजय चतुर्वेदी ने कहा कि हमारा उद्देश्य समाज को तोड़ने वाली ताकतों के धन, बल और बाहुबल के स्थान पर जनहितों को प्राथमिकता देना है। किसान नेता दुलीचंद बोरदा ने सभा का संचालन करते हुए कहा कि सत्ता द्वारा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन किया जा रहा है। मंजूर तंवर ने कहा कि दलितों, अल्प संख्यकों और महिलाओं का जीना मुश्किल हो रहा है।
भारत ज्ञान विज्ञान समिति के विजय सिंह राघव के प्रस्ताव पर आगामी 23 मार्च को आयोजित किए जाने वाले लोकतंत्र बचाओ दिवस में अंचल की जनतंत्र और संविधान में आस्था रखने वाली संस्थाओं को आमन्त्रित किए जाने का निर्णय लिया गया।
सभा में इन्होंने भी रखे विचार
सभा में शिक्षक नेता ईश्वर सिंह, साहित्यकार महेन्द्र नेह, इंजीनियर रवि जैन, सर्वोदयी नेता अब्दुल हमीद, दलित संगठनों के नेता राम कैलाश मेघवाल, राम भरोस मेघवाल, छोटूलाल मीणा, राजेश मेघवाल एवं युवा पत्रकार रूपेश चड्ढा ने भी अपने विचार रखे।
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