पूर्व मंत्री अशोक चांदना ने कांग्रेस छोड़ कर जाने वाले नेताओं को बताया लिफाफा राम
देहात कांग्रेस की ओर से आयोजित कार्यक्रम में गुंजल का हुआ अभूतपूर्व स्वागत
कोटा। पूर्व मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि कोटा में तो लोगों को धमकाने का दफ्तर ही खुल गया है। उन्होंने कांग्रेस छोड़ कर जाने वाले नेताओं को लिफाफा राम बताया। चांदना ने कांग्रेस देहात द्वारा आयोजित भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए हाड़ौती के कद्दावर नेता प्रहलाद गुंजल के सम्मान समारोह कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही।
चांदना ने कहा कि कोटा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार की घोषणा होने के बाद कुछ लोग असंतोष जाहिर करेंगे। कांग्रेस पार्टी छोड़कर जाएंगे। अचानक मोदी की नीतियों से प्रभावित होंगे। ऐसे नेताओं व कार्यकर्ताओं की धड़कनें बढ़ते ही आप लोग समझ जाना लिफाफे बंट गए हैं। वो जितनी ताकत से जाएंगे, उतना ही बड़ा लिफाफा बंटा है। जो कांग्रेस छोड़कर जाए, ऐसे लोगों का नाम लिफाफा राम रख देना। उनको नाम से नहीं बुलाना, उनको परमानेंट लिफाफा राम बोलना है। क्योंकि आजकल राजनीति में यही पैंतरे आजमाए जा रहे हैं।
धुआं निकाल देगा कोटा का प्रत्याशी
उन्होंने कहा कि इस बार कांग्रेस पार्टी ऐसा उम्मीदवार देगी जो विपक्षी पार्टी का धुआं निकाल देगा। इस बार संघर्ष महाभीषण होगा। आज देश मे लोगों को तोड़ने का काम किया जा रहा है। कोटा में तो एक दफ्तर ही खुल गया है जो लोगों धमका रहा है। ये मॉडल दिल्ली से चला आ रहा है।
हो सकता है कांग्रेस मुझे प्रत्याशी बना दे: गुंजल
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रहलाद गुंजल ने कहा कि मेरे कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने के बाद हो सकता है कांग्रेस पार्टी मुझे कोटा बूंदी लोकसभा से उम्मीदवार बना दे। हालांकि यह निर्णय अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी को करना है। लेकिन इस निर्णय की संभावना मात्र से वार्ड के निचले स्तर कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह है। गौरतलब है कि गुंजल कार्यकर्ताओं के लिए कुछ भी कर गुजरने और किसी भी हद तक जाने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।
खुद टूट जाऊंगा, विश्वास नहीं टूटने दूंगा
उन्होंने कहा कि दुनिया में कीमत विश्वास की है। अगर यह विश्वास डोल गया तो फिर कुछ नहीं बचने वाला। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की आधारशिला और बुनियाद 140 करोड़ लोगों के विश्वास पर टिकी है। अगर सरकार के किसी भी प्रकार के आचरण से लोगों का विश्वास डोल गया तो लोकतंत्र चरमरा जाएगा। आज देश में इस प्रकार की स्थितियां बनती जा रही हैं। अगर कार्यकर्ता के विश्वास टूटने की नौबत आ जाए तो मैं खुद टूट जाऊंगा लेकिन विश्वास नहीं टूटने दूंगा। गुंजल का चाल, चरित्र, चेहरा जो कल था, वह आज भी है, और कल भी रहने वाला है। कार्यकर्ताओं के भरोसे को बचाने के लिए खुद दांव पर लग जाएगा लेकिन कार्यकर्ता का भरोसा नहीं टूटने देगा।
सांसद से असंतुष्ट है जनता
गुंजल ने कहा कि 10 साल से कोटा संसदीय क्षेत्र की जनता स्थानीय सांसद से असंतुष्ट है। वह बदलाव लाना चाहती है। तलवंडी की एक सभा में सांसद ने कहा था कि अगर मैं कोटा में एयरपोर्ट नहीं ला सका तो बिरला एयरलाइंस चला दूंगा। अगर वो भी चला नहीं पाया तो 2019 का चुनाव नहीं लडूंगा। अब तो 19 भी निकल गया। 2024 का चुनाव लड़ रहे हैं। सांसद को अपने दिए हुए बयान की गंभीरता का ही अंदाजा नहीं रहता।
पहली बार पार्टी कार्यालय आने पर हुआ जबरदस्त स्वागत
बीजेपी छोड़कर पहली बार कांग्रेस कार्यालय में आए गुंजल का नेताओं, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने जबरदस्त अभिनंदन किया। गुंजल के कांग्रेस में आने से पार्टी में जबरदस्त उत्साह का माहौल है। सभी को यह विश्वास है कि कोटा-बूंदी लोकसभा सीट से ओम बिरला के खिलाफ गुंजल को पार्टी मैदान में उतार सकती है। हाड़ौती आरएसएस बीजेपी का गढ़ माना जाता रहा है। इस सीट पर प्रत्याशी को लेकर पार्टी में काफी दुविधा थी। लेकिन अब जन नेता के तौर पर जाने जाने वाले दिग्गज और कद्दावर नेता गुंजल को अगर प्रत्याशी बनाया जाता है तो पार्टी को ऐतिहासिक जीत मिल सकती है।
ओम बिरला के खिलाफ जबरदस्त नाराजगी
क्षेत्र के लोगों में इस बार बीजेपी प्रत्याशी ओम बिरला के खिलाफ जबरदस्त नाराजगी देखने को मिल रही है। बीजेपी और आरएसएस का एक धड़ा बिरला के काफी खिलाफ है। इस धड़े ने विधानसभा चुनाव में पीपल्दा सीट से बिरला के प्रत्याशी प्रेम गोचर को हरवा दिया था। इस सीट पर यूपी के सीएम योगी आदित्य नाथ और एमपी के उस वक्त के सीएम शिवराज सिंह चौहान की सभाओं के बावजूद कांग्रेस के चेतन पटेल ने काफी बड़े अंतर से जीत हासिल की थी।
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