सीटू का जागरूकता अभियान शुरू : हक के लिए सरकार के खिलाफ संघर्ष में शामिल होने की अपील
कोटा/ इटावा। सीटू निर्माण मजदूर यूनियन तहसील कमेटी की 31 मार्च की मीटिंग में लिए गए निर्णय के अनुसार यूनियन सदस्यों ने इटावा क्षेत्र में शनिवार से जागरूकता अभियान की शुरूआत की।
सीटू महामंत्री मुरारीलाल बैरवा ने बताया कि इटावा में मजदूरों के बीच राजनैतिक चेतना पैदा करने, मजदूर विरोधी गतिविधियों के खिलाफ संघर्ष करने के लिए यूनियन अध्यक्ष कामरेड देवीशंकर महावर के नेतृत्व में जागरूकता अभियान की शुरूआत कर दी गई है। अभियान के तहत सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों की जानकारी दी गई। यूनियन उपाध्यक्ष कामरेड प्रेम पेंटर, अमोलक चन्द, राकेश कुमार ने शनिवार को चौखटियों पर ली गई मजदूरों की बैठक में कहा कि बजरी पर रोक के कारण निर्माण के क्षेत्र में काम करने वाले हजारों मजदूर बेरोजगार हो गए। राजस्थान में बजरी खनन पर लगी रोक हटाने के लिए निर्माण मजदूर यूनियन लगातार संघर्ष कर रही है। लेकिन मजदूर विरोधी सरकार बजरी खनन पर लगी रोक को नहीं हटा रही है। जिसके चलते निर्माण मजदूरों के
सामने अपने परिवार का पालन पोषण का संकट खड़ा हो गया है। वर्तमान में इटावा पीपल्दा क्षेत्र के 75% निर्माण मजदूर बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं। सैंकड़ों मजदूर रोजगार की तलाश में दूसरे शहरों में पलायन कर रहे हैं। शुभशक्ति योजना के तहत मिलने वाली सहायता राशि का भुगतान वर्ष 2018 से अब तक श्रम विभाग द्वारा नहीं किया गया। मजदूरों के हित में बने सभी श्रम कानूनों को कारपोरेट घरानों के पक्ष में बदल दिया गया है। वर्तमान केंद्र सरकार वापस सत्ता में आई तो मजदूरों और गरीब जनता पर हमलों में तेजी लाई जाएगी। इसलिए इन हमलों का जवाब संघर्ष से देने के लिए एकजुट होने की आवश्यकता है। आपके अधिकारों को बचाने के लिए लगातार संघर्ष लाल झण्डे वाली सीटू यूनियन करती रही है और आगे भी करती रहेगी। अगर गुलामी से बचना है, लोकतंत्र और संविधान को खत्म होने से बचाना है तो दोस्त और दुश्मन की पहचान करना सीख लो। बीजेपी सरकार पूंजीपतियों के साथ खड़ी रही है। बीजेपी के 10 साल के शासन में महंगाई और बेरोजगारी बढ़ी है। रोजगार घटा है। केवल अमीरों और कारपोरेट घरानों का मुनाफा बढ़ा है। आज देश के 3% लोगों के पास 70% धन जमा हो गया है। जिसके पीछे निजीकरण को बढ़ावा देना और सरकारी तंत्र को खत्म करने की पूंजीवादी व्यवस्था वाली बीजेपी सरकार की आमजन विरोधी नीतियां हैं।
8 अप्रैल को बनेगी प्रदर्शन की रूपरेखा
यूनियन अध्यक्ष कामरेड देवीशंकर महावर ने बताया कि 8 अप्रैल को अमावस्या पर सीटू निर्माण मजदूर यूनियन की मीटिंग बुलाई गई है। जिसमें मजदूरों की समस्याओं व श्रम विभाग में पेंडिंग पड़े योजना आवेदनों की सहायता राशि मजदूरों के खातों में डलवाने की मांग को लेकर प्रदर्शन करने की रूप्रेखा तैयार की जाएगी। उन्होंने ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचने की अपील की।
जागरूकता अभियान में ये रहे शामिल
शनिवार के जागरूकता अभियान में यूनियन उपाध्यक्ष कामरेड गोपाल लाल महावर, महामंत्री मुरारीलाल बैरवा, सुरेश कुमार, जगदीश प्रसाद, कामरेड रामचन्द्र, कामरेड द्वारका प्रसाद सहित अन्य पदाधिकारी व सदस्य शामिल रहे।
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