लोकतंत्र बचाओ आन्दोलन समिति की समीक्षा बैठक में लिया निर्णय
कोटा। अजय चतुर्वेदी की अध्यक्षता में आयोजित लोकतंत्र बचाओ आन्दोलन समिति के सदस्यों की बैठक में समिति द्वारा 14 अप्रैल से चलाए गए 11 दिवसीय जन जागरण अभियान की समीक्षा कर आगामी कार्यक्रम की रूपरेखा भी तैयार की गई।
प्रो. संजय चावला ने बताया कि एक गैर राजनैतिक संगठन के रूप में मतदान दिवस से पूर्व कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र के शहरी तथा ग्रामीण इलाकों में समिति सदस्यों द्वारा पर्चे बांट कर तथा नुक्कड़ सभाओं के माध्यम से संविधान और लोकतंत्र पर मंडरा रहे एक दलीय अधिनायकवादी खतरे के प्रति प्रदेश के नागरिकों को सचेत करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई। रुपेश चड्डा ने बताया कि चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद भी समिति द्वारा सेमिनार, गोष्ठियों तथा अन्य माध्यमों से नागरिकों में राजनीतिक चेतना विकसित करने का काम ज़ारी रखा जाएगा। साहित्यकार महेंद्र नेह ने बताया कि चुनाव परिणाम कुछ भी हो सजग प्रहरी की तरह लोकतंत्र को बचाने तथा संवैधानिक मूल्यों की रक्षा करने का दायित्व इस आन्दोलन का अभिन्न हिस्सा रहेगा रिजवान खान ने कहा कि इलेक्टोरल बांड भ्रष्टाचार के नए अवतार के रूप में हमारे सामने आया है। इसे भी लोगों के सामने उजागर किया जाएगा। किसान नेता दुलीचंद बोरदा ने कहा कि यह गैर राजनीतिक संगठन मजदूर, किसान, दलित, अल्पसंख्यक, महिला, युवा, छात्र के साथ हो रहे शोषण के विरुद्ध पुरजोर तरीके से आवाज़ उठाएगा। संयोजक यशवंत सिंह ने समिति सदस्यों का सभी कार्यक्रमों में सक्रियता से भाग लेने पर आभार व्यक्त किया।
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