कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी गुंजल के खिलाफ मामला दर्ज
-बिरला के इशारे पर काम कर रहा प्रशासन: गुंजल
जैसी कि काफी दिनों से आशंका जताई जा रही थी, प्रदेश कांग्रेस महासचिव अमीन पठान का फार्म हाउस ध्वस्त करने के बाद मंगलवार को कांग्रेस उम्मीदवार प्रह्लाद गुंजल के खिलाफ भी सरकारी भूमि पर कब्जा कर अवैध माइनिंग के आरोप में मामला दर्ज कर लिया गया है।
जानकारी के अनुसार तहसीलदार हेमराज मीना ने गुंजल के खिलाफ रानपुर थानाक्षेत्र के बावड़ी खेड़ा में यूआईटी की जमीन पर अवैध कब्जा कर क्रेशर संचालित कर माइनिंग करने व पत्थर और मिट्टी निकालने की शिकायत दी है।
वहीं गुंजल ने कहा कि बीजेपी बौखलाहट में यह कार्यवाही करवा रही है। प्रशालन ओम बिरला के इशारे पर काम कर रहा है। गुंजल ने दावा किया कि स्टोन क्रेशर उनका है और जो खनिज का स्टॉक रखा गया है, वह वैध रवन्नाओं से किया गया है।
यूआईटी तहसीलदार ने बताया कि मुखबिर के जरिए सोमवार रात 10.30 बजे सूचना मिली कि वन विभाग की जमीन पर अतिक्रमण किया हुआ है और क्रेशर का काम चल रहा है। सूचना पर वन विभाग लाडपुरा रेंज की टीम, रानपुर थाने के पुलिस जाब्ते के साथ बावड़ी खेड़ा पहुंची।
रानपुर थानाधिकारी भवंर सिंह के अनुसार मौके पर लाइट जल रही थी और एक एलएनटी मशीन के जरिए डंपर में पत्थर भरे जा रहे थे। सरकारी वाहनों को देखकर अवैध खननकर्ता डंपर छोड़कर भाग गए।
मामले की जानकारी पर गुंजल भी मौके पर पहुंचे।
गुंजल ने कार्रवाई को लेकर कहा कि जमीन वन विभाग की नहीं यूआईटी की है। इस पर टीम वापस चली गई। मंगलवार सुबह वन विभाग की टीम यूआईटी और माइनिंग डिपार्टमेंट को लेकर मौके पर पहुंची। यूआईटी ने जमीन अपने खाते की बताई। खनिज विभाग की टीम के मुआयना करने पर 955 टन मेसनरी स्टोन यानी गिट्टी पाई गई। साथ ही बाल बालाजी नामक स्टोन क्रेशर भी संचालित पाया गया।
बीजेपी की बौखलाहट आने लगी नजर
मामले पर गुंजल ने कहा कि यह सब बीजेपी बौखलाहट में करवा रही है। ओम बिरला के इशारे पर प्रशासन काम कर रहा है। बिरला ने हार मान ली है और उसी की बौखलाहट में इस तरह से प्रशासन का दुरुपयोग कर रहे हैं। गुंजल ने बताया कि जिस जमीन पर क्रेशर को अवैध बताया जा रहा है, उस जमीन को साल 2010 में क्रेशर के लिए कन्वर्ट किया जा चुका है और यह जमीन राजाराम भील की थी। 16 मई 2011 को राजाराम भील ने यह जमीन गुंजल को बेची, जिसकी रजिस्ट्री 31 अक्टूबर 2011 को करवाई गई थी। 2016 से यहां क्रेशर संचालित किया जा रहा है। गुंजल ने दावा किया कि क्रेशर प्रोपर कागज और अनुमति से संचालित की जा रही थी। लेकिन सिर्फ परेशान करने के लिए यह कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि 2016 से लेकर 2028 तक की एनवायरमेंट क्लीयरेंस हमारे पास है। उसके बाद हमे कोई और अनुमति लेने की जरूरत नहीं रहती। गुंजल ने कहा कि नियमों के तहत क्रेशर को नाप लो, एक इंच भी अतिक्रमण हो तो सामने आ जाएगा। लेकिन यह सिर्फ विरोधियों को नीचा दिखाने के लिए कार्रवाई की जा रही है। अधिकारियों पर दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चार जुलाई के बाद आर-पार की लड़ाई होगी। किसने कहां अतिक्रमण किया हुआ है, वह सब सामने आएगा।
मामले की जांच कर रहे पुलिस उप-अधीक्षक मनीष कुमार शर्मा ने बताया कि यूआईटी के तहसीलदार हेमराज मीणा ने दी रिपोर्ट में बताया कि बावड़ी खेड़ा में यूआईटी की जमीन पर कांग्रेस के प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल और लोकेश गुंजल ने जमीन पर अवैध कब्जा किया है तथा उस जमीन पर पत्थर व मिट्टी का अवैध खनन और स्टोन का भंडारण किया गया जा रहा है। इसके बाद मामले में प्रहलाद गुंजल, लोकेश गुंजल सहित अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
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क्षेत्र में किसी तरह से विभाग से स्टॉक रखने की अनुमति नहीं ली गई थी। ऐसे में यहां पर जो स्टॉक गिट्टी का रखा गया था, वह अवैध था। गिट्टी के स्टॉक, एलएनटी मशीन और डंपर को जब्त किया गया है। मामले में यूआईटी तहसीलदार ने रानपुर थाने में शिकायत दी है, जिसके आधार पर पुलिस ने गुंजल के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
-हेमराज मीना, यूआईटी तहसीलदार
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20 मई की रात लाडपुरा रेंज की फॉरेस्ट टीम के साथ रानपुर इलाके में गए थे। वहां पर वन विभाग की जमीन पर मशीन से खुदाई की जा रही थी। हमें देखकर अवैध खननकर्ता भाग गया। मौके से एक डंपर और एलएनटी मशीन को जब्त किया गया। बाद में पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल और उनके भतीजे लोकेश आए थे। जिन्होंने बताया कि यह क्रेशर उनका है। उन्होंने कार्रवाई पर आपत्ति भी जताई थी। साथ ही बताया कि जिस जगह पर माल पड़ा है, वह वन विभाग की नहीं यूआईटी की है। इसके बाद 21 मई को यूआईटी और माइनिंग की टीम को भी मौके पर बुलाया गया। माइनिंग इंजीनियर की मौका रिपोर्ट के अनुसार यूआईटी की जमीन पर 955 टन स्टोन पड़ा हुआ था। जिसे जब्त किया गया है। माईनिंग विभाग ने कार्रवाई कर मौके से 1 एलएनटी मशीन, 1 डम्पर, 955 टन पत्थर जब्त किए
-भंवर सिंह, सीआई
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बावड़ीखेड़ा में माइनिंग विभाग ने सोमवार रात को कार्रवाई करते हुए डम्पर व जेसीबी जब्त की है। उनके द्वारा न्यास तहसीलदार को जानकारी दी गई कि जिस जगह पर क्रेशर संचालित हो रहा है वह जमीन यूआईटी की है। जमीन यूआईटी की होने से न्यास तहसीलदार की ओर से क्रेशर मालिक व अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। यदि जमीन खाते की है तो जांच में स्पष्ट हो जाएगा।
-कुशल कोठारी, सचिव नगर विकास न्यास
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