रुपईडीहा बहराइच। स्थानीय कस्बे के सेन्ट्रल बैंक चौराहे के पश्चिम स्थित टंडन मील में यादव वस्त्रालय में दो नेपाली महिला बैठी थी। तभी उसी स्थान पर कमरा लेकर रहने वाले डायल 112 नम्बर में कार्यरत एक मूंछ वाला लम्बा सिपाही पहुचा। उक्त मूंछ वाले सिपाही ने पहले दोनों नेपाली महिलाओं की तलाशी लिया। कुछ नजायज सामान न मिलने पर उसने दोनों नेपाली से पूछा कि फिर क्या करने आई हो जिस पर महिलाओं ने कहा कि घर का सामान लेने आयी हूं। इसी पर नराज होकर उक्त सिपाही ने उन महिलाओं की जूतो से पिटाई कर दी। जिससे दोनों नेपाली महिलाओं सेन्ट्रल बैंक चौराहे पर आकर जोर जोर से रोने चिल्लाने लगी। और कहने लगी कि बिना किसी वजह के एक मूंछ वाला लम्बा सिपाही ने हम लोगों को जूतो से बुरी तरह मारा है। देखते ही देखते चौराहे पर काफी भीड़ इकट्ठा हों गयी।
मौके पर पहुंचे पत्रकारों को जानकारी देते हुए अर्चना केसी व बीना डांगी निवासिनी नेपाल के बांके जिले के अंतर्गत नेपालगंज वार्ड नम्बर दो घरवारी टोल ने बताया कि हम दोनो के पति नहीं है। हम लोग घर का सामान लेने के लिए रुपईडीहा बाजार आये थे। बुधवार को शाम को लगभग 7: हम दोनों टंडन मील में स्थित यादव वस्त्रालय में बैठे थे तभी एक मूंछ वाला लम्बा सिपाही जो 112 नम्बर में है। उक्त सिपाही यादव की दूकान पर पहुंचकर हम दोनों की झोले की तलाशी ली। हम लोगों के पास कुछ नहीं था। सिपाही ने कहा कि तुम लोग यहां क्यों आयी हो हम लोगों ने घर का सामान लेने आयी थी। इसी बात पर सिपाही ने हम लोगों को जूतो व हाथो से बुरी तरह पिटाई कर दिया। दोनो नेपाली महिलाओं ने केवल इतना बताया कि हम लोगों को उक्त सिपाही का नाम नहीं मालूम है। इतना मालूम है कि यह मूंछ वाला लम्बा सिपाही यादव वस्त्रालय के निकट कमरा लेकर रहता है और डायल 112 का सिपाही है। दोनो नेपाली महिलाएं रोती हुई पैदल ही नेपालगंज की ओर चली गई। इस संबंध में जब क्षेत्राधिकारी नानपारा जंग बहादुर यादव से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मेरे संज्ञान में नहीं है। फिर भी अगर कोई इसी घटना घटी है तो जांच करके उक्त दोषी सिपाही के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी।
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