बहराइच। आज दिनाँक 19 नवम्बर 2020 को कांग्रेस भवन सभागार में जिला कांग्रेस कमेटी के जिला अध्यक्ष इं जय प्रकाश मिश्र “जे.पी” जी के नेतृत्व में वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई जी की 192वीं व आयरन लेडी, भारत रत्न, प्रथम महिला प्रधानमंत्री स्व.श्रीमती इंदिरा गांधी जी 103वीं जयंती मनाई गई। चित्रों पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि करके नमन किया गया।
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष कांग्रेस कमेटी ने जयंती समारोह को संबोधित करते हुये कहा कि वीरांगना नाम सुनते ही हमारे मनोमस्तिष्क में रानी लक्ष्मीबाई की छवि उभरने लगती है। भारतीय वसुंधरा को अपने वीरोचित भाव से गौरवान्वित करने वाली झांसी की रानी लक्ष्मीबाई सच्चे अर्थों में वीरांगना ही थीं। वे भारतीय महिलाओं के समक्ष अपने जीवन काल में ही ऐसा आदर्श स्थापित करके विदा हुईं, जिससे हर कोई प्रेरणा ले सकता है। वे वर्तमान में महिला सशक्तिकरण की जीवंत मिसाल भी हैं। कहा जाता है कि सच्चे वीर को कोई भी प्रलोभन अपने कर्तव्य से विमुख नहीं कर सकता। ऐसा ही रानी लक्ष्मीबाई का जीवन था।
इन्दिराजी जैसा निर्भीक एवं प्रगतिशील व्यक्तित्व देश के राजनैतिक रंगमंच पर अभी तक निसन्देह नहीं आया। उनका जादू भरा नेतृत्व विश्व के राजनीतिज्ञों के लिए एक रहस्यमय आकर्षण बन गया। 1972 में भारत के दस प्रान्तों में कांग्रेस की अभूतपूर्व विजय उन्हीं के नेतृत्व का परिणाम है। दिसम्बर 1971 के बाद भारत पाकिस्तान युद्ध में भारत की अद्वितीय विजय के साथ-साथ विश्व राजनीति पर हावी होना तथा बंगलादेश के नवनिर्माण एवं उसकी रक्षा ने इन्दिरा जी की गौरवपूर्ण यशोगाथा को ऐतिहासिक बना दिया है। इससे भी अधिक ऐतिहासिक इलाहाबाद उच्च न्यायालय का 12 जून 1975 का वह निर्णय है। जिसमें श्रीमती गाँधी का 1971 का वह निर्णय है। जिसमें श्रीमती गाँधी का 1971 का लोकसभा की सदस्यता का चुनाव अवैध घोषित किया गया।
हिमालय की दृढ़ता और समुद्र की गम्भीरता की प्रतिमूर्ति श्रीमती गाँधी को यह निर्णय अपने लक्ष्य से विचलित न कर सका। इस घोषणा के एक सप्ताह के भीतर ही राष्ट्रपति ने देश में आपातकालीन स्थिति की घोषणा कर दी। श्रीमती गाँधी ने जन-जन के कल्याण के लिए ही तुरन्त ही 20 सूत्री आर्थिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया और उस पर दृढ़ता से अमल कराया गया। देश में अनुशासन जागा। सामाजिक व्यवस्थायें नियन्त्रित हुई और गरीब मुस्करा उठा।
“याद करेगा भारत का इतिहास तुम्हें।
याद करेगा भारत का बलिदान तुम्हें।
याद रहेगा महाकाल का रूप तुम्हारा।
याद रहेगा शत्रु विमर्दन काम तुम्हारा।”
इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ज्ञानू, शहर कांग्रेस अध्यक्ष आदर्श अग्रवाल, जगदीश सिंह, चंद्रेश पांडेय, सुनील सिंह, अनिल सिंह, जिला उपाध्यक्ष व संगठन प्रभारी मुकुंद जी शुक्ल शेरा, जिला उपाध्यक्ष व किसान /जन शिकायत निवारण प्रभारी अजित सिंह राजू, जिला प्रवक्ता शेख जकरिया शेखू, लाल बहादुर तिवारी, जिला महासचिव व बहराइच विधानसभा प्रभारी हाजी महफूज, फजल खान, धर्मेंद्र चौधरी, जिला सचिव व रिसिया ब्लॉक प्रभारी हमजा शाहिद, मो. नदीम, राघवेंद्र द्विवेदी पुल्लू, अमर नाथ शुक्ल सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
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