निगोही, अंडरपास की मांग को लेकर ग्रामीणों के विरोध के कारण पहुंची स्पेशल ट्रेन शाहजहांपुर ट्रैक पर गति नहीं पकड़ सकी। ट्रेन को 100 के बजाय 50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलाया गया। कारण, कहीं प्रदर्शनकारी अचानक ट्रक पर न जाएं। दो दिन से रेलवे ट्रैक पर धरना दे रहे ग्रामीण पुलिस के समझाने पर ट्रक से तो हट गए, लेकिन निगोही स्टेशन से पांच सौ मीटर दूर ट्रैक के किनारे धरने पर बैठ गए। विधायक रोशन लाल वर्मा ने प्रदर्शन को समर्थन देते हुए मुख्य संरक्षा आयुक्त को ज्ञापन दिया, जिसके बाद धरना खत्म हो गया।
पूर्वरेत्तर रेलवे का शाहजहांपुर से पीलीभीत तक ट्रैक मीटर गेज से ब्राडगेज में परिवर्तित किया गया है। दिसंबर में ट्रेनों का संचालन प्रस्तावित है। ऐसे में दोपहर लखनऊ के संरक्षा आयुक्त मोहम्मद लतीफ, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी निर्माण आरके यादव, डीआरएम आशुतोष पंत स्पेशल ट्रेन से पीलीभीत के बीसलपुर स्टेशन तक स्पेशल ट्रेन से पहुंचे। यहां से ट्रेन को 100 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से शाहजहांपुर के ढकिया तिवारी गांव तक चलाकर गति परीक्षण करना था। लेकिन, निगोही क्षेत्र के चकसफौरा हाल्ट के निकट लोहरगवा, चकबकैनिया, सफौरा, सातेपुर आदि गांवों को जाने वाले रास्ते पर बनी मानव रहित रेलवे क्रॉसिग बंद होने पर ग्रामीण दो दिन से चकसफौरा हाल्ट के सामने ट्रैक पर बैठकर धरना दे रहे थे। उनका कहना है कि जहां रेलवे क्रॉसिग थी वहां अंडरपास बनाया जाए। ऐसा न होने पर छह किमी का फेर काटकर जिदपुरा गांव के पास से होकर हाईवे पर आना पड़ेगा। इस मौके पर एसडीएम तिलहर वेद सिंह चौहान, सीओ सदर महेंद्र पाल सिंह आदि मौजूद रहे।
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