शाहजहांपुर आधी आबादी को पुरुषों के बराबर दर्जा मिला है। कानून-व्यवस्था बनाये रखने के लिए महिला कांस्टेबल भी बराबर से जिम्मेदारी निभा रही हैं। लेकिन, अधिकांश थानों में आवास व शौचालय की व्यवस्था न होने की वजह से इन पुलिसकर्मियों को शर्मसार भी होना पड़ रहा है। जहां है भी वहां की स्थिति खराब है।
जिले में 382 कांस्टेबल व छह महिला दारोगा की तैनाती है। हर थाने में छह से आठ पुलिसकर्मियों की ड्यूटी रहती है। पहरे पर भी अब महिला कांस्टेबल को लगाया जाता है। लेकिन, शौचालय व आवास न होने की वजह से सभी शाम होते ही घर चली जाती हैं। महिला उत्पीड़न से संबंधी मामले थाने पहुंचने पर इंस्पेक्टर को महिला पुलिसकर्मियों को घर से बुलाना पड़ता है, जिस वजह से फरियादियों को घंटों इंतजार करना पड़ता है।
कई बार मिले आश्वासन
आवास व शौचालय संबंधी समस्याओं से कई बार महिला कांस्टेबल अधिकारियों को अवगत करा चुकी हैं, लेकिन हर बार उन्हें आश्वासन मिलता है।
निजी प्रयासों से बने आवास
सेहरामऊ दक्षिणी थाने में एसओ नीरज कुमार ने निजी प्रयास से महिला कांस्टेबल के लिए चार आवास बनवाए हैं। हालांकि शौचालय आदि की व्यवस्थाएं पर्याप्त नहीं है। वास्तव में महिला कांस्टेबल को आवास व शौचालय न होने की वजह से दिक्कतें उठानी पड़ रही है। प्रयास है कि जल्द समस्या का निस्तारण कराया जाए।
अपर्णा गौतम, एएसपी ग्रामीण
Janpad shahjahanpur se jitendra Kumar Kashyap ki report
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