लखनऊ। नागरिक एकता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रेस के लिए जारी बयान में कहा की क्वारंटाइन की अवधि पहले 14 दिन थी अब 10 दिन हो गई, लेकिन जमात के लोग 48 दिनों से जगह-जगह क्वारंटीन हैं जबकि काफी पहले उन लोगों की रिपोर्ट भी निगेटिव आ चुकी है | यह प्रशासनिक संवेदनहीनता है, एक संविधान एक क़ानून तो भेदभाव क्यों, यह स्वास्थ्य लाभ है या सजा? बंद लोगों में बच्चे और बुजुर्ग हैं चंद दिन बाद ईद है जिला प्रशासन आखिर अब और क्या सन्देश देना चाहता है | जो पहले से क्वारंटाइन थे 3 मई को लगभग सभी को छोड़ दिया गया और अब तो लॉक डाउन भी लगभग ख़त्म के बराबर है फिर भी जमात के लोगों को अब तक छोड़ा नहीं गया यह बहुत ही गंभीर विषय है | मैं सरकार से मांग करता हूँ कि इस पर सहानुभूति पूर्वक तत्काल विचार कर उनको घर भेजने हेतु सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दें ताकि लोग अपने-अपने घरों पर पहुंचकर परिवार के साथ ईद की खुशियों में शामिल हो l
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