चाँद की तसदीक़ के साथ शुक्रवार या शनीवार से माहे रमज़ान की शुरुआत हो जायगी। लोग सहरी और इफ्तारी के सामान खरीद रहे हैं। लेकिन ज़्यादातर लोगों का कहना है की पुलिस बेवजह लोगों को परेशान कर रही है। लोग ज़रुरी सामान खरीदने निकलते हैं तो उन पर लाठियाँ चटखाई जा रही हैं। उम्मुल बनीन सोसाईटी के महासचिव सै०मो०आस्करी के मुताबिक़ शासन और ओलमाओं की हिदायत पर लोग मस्जिदों का रुख नहीं कर रहे घरों में रह कर नमाज़ अदा की जा रही है। अब माहे रमज़ान में भी लोग लॉकडाउन का पुरी तरहा पालन करेंगे,घरों में ही इफ्तारी और नमाज़ अदा करने के साथ तरावीह और आमाल भी घरों पर ही अदा कीए जाएँगे। कुछ लोगों में इस बात की नाराज़गी भी है की ज़रुरी सामान या डाक्टर के यहाँ दिखाने जाने निकले लोगों को पुलिस बिना कुछ पुछे डण्डे बरसा देती है। ऐसे घटना होना आम बात हो गई है ऐसी ही घटना बुधवार को बहादुरगंज चौराहे पर नैनी बढ़रा चौराहे के एक विकलांग व्यक्ति की पिटाई करने की हुई वहीं कुछ दिन पहले दायरा शाह अजमल में एक युवक जो घर का सामान लेने निकला था उसे शाहगंज थाने के सिपाहीयो व दरोग़ा ने लाठी से ऐसे मारा की उस का सर फट गया था। प्रशासन से अपील है की ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाएँ और माहे रमज़ान में जहाँ लोग ओलमाओं और प्रशासन के नर्देशानूसार लॉकडाउन का पुरी तरहा पालन करने को तय्यार हैं तो ऐसे में उन्हें बेवजह छेड़ा न जाए जिस्से कोई अप्रिय घटना घटे। अस्करी ने प्रशासन से मांग की है की सहरी और इफ्तारी से सम्बन्धित चीज़ो को मुस्लिम क्षेत्रों की दूकानों पर बेचने की गाईड लाईन जारी की जाए जिस्से लोग सड़को पर न निकले और मोहल्ले की दूकानो से ही वह सारी चीज़ें खरीद सकें। दूध,दही ब्रेड,बन्द, मक्खन,फल,खजूर,पापड़,सूतफेनी,चना मटर जैसे ज़रुरी सामान बेचने वालों को दूकान खोलने का समय निर्धारित करते हुए पास जारी किया जाए। जिस्से जहाँ रोज़ेदारों को सहूलियत होगी वहीं छोटे कारोबारियों को ईद मनाने में भी दिक़्क़त नहीं होगी और वह भी अपने परिवार का भरण पोषण कर सकते हैं। प्रशासन से अपील है की रमज़ान में चौबीस घन्टे बिजली व पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने कै साथ मुस्लिम बहुल्य इलाक़ों में साफ सफाई व मच़्छर के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए नियमित ऐन्टी मच्छर दवाओं का छिड़काव भी कराया जाए।
बाहरी मुल्कों से आए खजूर को धोने के बाद ही करें इसतेमाल
माहे रमज़ान मे रोज़ेदारों के लिए इफ्तारी के लिए खजूर से रोज़ा खोलना सुन्नत है। बाज़ार में इरान सउदी अरब और अफग़ानी खजूर माहे रजब में ही आ गए थे। लेकिन फिर भी लोगों को एहतियात के तौर पर खजूर को धो कर ही इस्तेमाल करने की अपील है। खजूर इस वक्त 400 रुपये किलो से लेकर 150 रुपये किलो तक दूकानो पर मिल रहे हैं। वही चावल, साबूदाने,आलू,मूंग के पापड़ की भी खरीदारी ज़ोर शोर.से हो रही है। अस्करी ने लोगों से अपील की है की खजूर को धो कर ही इस्तेमाल करें और अपने आस पड़ोस में कोई ज़रुरतमन्द हो तो उसका पुरा खयाल रखें क्यूंकि ग़रीब ग़ुरबा की मदद करना भी एक ईबादत से कम नहीं है।
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