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Friday, April 25, 2025 1:07:53 PM

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पीलीभीत। चौकीदार सुस्त, प्राइवेट सिक्योरिटी और पुलिस पर चोरी रोकने की जिम्मेदारी

पीलीभीत। चौकीदार सुस्त, प्राइवेट सिक्योरिटी और पुलिस पर चोरी रोकने की जिम्मेदारी
/ से बेखौफ खबर के लिए स्वतंत्र पत्रकार रोहित गौतम की रिपोर्ट

पीलीभीत। लॉकडाउन के बीच सरकारी भवनों में ड्यूटी करने वाले चौकीदार सुस्त पड़ गए हैं। तमाम चौकीदार नियमित ड्यूटी करने नहीं पहुंच पा रहे हैं। हालांकि लॉकडाउन में चोरियां समेत अन्य अपराधों का ग्राफ भी तेजी से नीचे गिरा है। फिर भी सरकारी संपत्ति की सुरक्षा का सवाल तो है ही। चौकीदारों के सुस्त पड़ने के बाद लॉकडाउन का पालन कराने के साथ सरकारी भवनों में चोरी रोकने की जिम्मेदारी भी पुलिस निभा रही है। कुछ सरकारी संस्थाओं में प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड से काम चलाया जा रहा है।
कोरोना संक्रमण के बाद पूरे देश में लॉकडाउन है। इससे बाजार तो बंद है ही, रेलवे जंक्शन, रोडवेज बस स्टैंड समेत लगभग सभी सरकारी दफ्तर बंद हैं। प्राइवेट स्कूल भी बंद हैं। कलक्ट्रेट में अफसर जरूर बैठते हैं। विकास भवन, पीडब्ल्यूडी, सिंचाई, डाकघर, भारत दूरसंचार निगम समेत तमाम दफ्तर ना के बराबर ही खुलते हैं। सरकारी दफ्तरों के भवनों की सुरक्षा के लिए चौकीदार पहले से रखे हुए हैं क्योंकि इनमें महत्वपूर्ण फाइलें रहती हैं। चौकीदारों के सुस्त होने से सरकारी दफ्तरों में महत्वपूर्ण अभिलेखों समेत अन्य चीजें चोरी का भय हमेशा बना रहता है। प्राइवेट कंपनियों के दफ्तरों का भी यही हाल है। मगर, प्राइवेट कंपनियों ने तो अपनी सिक्योरिटी लगा रखी है। मगर, सरकारी विभागों के चौकीदार के ड्यूटी पर आने की अनिश्चितता रहती है। तमाम दफ्तरों में चौकीदारों ने ड्यूटी पर आना ही बंद कर दिया और वे अपने घरों पर ही हैं। अगर कोई अफसर ड्यूटी पर आने को कहता भी है तो वह एक ही बात कहते हैं कि प्रधानमंत्री जी ने सबसे घरों पर रहने की अपील की है तो वह ड्यूटी पर कैसे आएं।
इस स्थिति से निपटने के लिए कुछ सरकारी कार्यालयों ने प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड की व्यवस्था की है। चौकीदारों की सुस्ती देखते हुए पुलिस पर अब दोहरी जिम्मेदारी है। वह लॉकडाउन का पालन करने के साथ सरकारी दफ्तरों की रखवाली भी कर रही है, ताकि कहीं चोरी न हो जाए।
रेलवे जंक्शन की व्यवस्था जीआरपी-पुलिस के हवाले
रेलवे स्टेशन परिसर में जीआरपी और पुलिस की ड्यूटी रहती है। इसलिए यहां चौकीदार एक तरह से आते ही नहीं है। अगर आते भी हैं तो नाममात्र के लिए। आरपीएफ भी ट्रेनों में रोजाना डिब्बों को चेक करने के साथ ही अपने एरिया में गश्त कर रही है।
बस स्टैंड सिक्योरिटी गार्ड लगाए
रोडवेज बस स्टैंड पर लॉकडाउन होने के बाद 115 बसें खड़ी हैं। चौकीदार के न आने से इन बसों की रखवाली करने के लिए परिवहन निगम ने सात प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड रखे हैं। वे दो शिफ्टों में ड्यूटी कर रहे हैं।

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