पीलीभीत। सड़क पर दूर तक कोई चहलकदमी नहीं। घरों के दरवाजे-खिड़कियां बंद। गलियां सुनसान। सिर्फ पुलिस के सायरन सुनाई पड़ रहे हैं तो कभी लाउडहेलर से दी जा रहीं चेतावनियां। अमरिया की यह तस्वीर हॉटस्पॉट घोषित होने के बाद की है। रविवार को पुलिस पूरे दिन लोगों से घरों पर ही रहने की अपील करती रही। ठेले और चार पहिया वाहनों से इलाकों में राशन और सब्जी भिजवाई गई। परिवारों को सामाजिक दूरी बनाते हुए जरूरी खाद्यान्न मुहैया कराया गया। प्रशासन की ओर से सैनिटाइजर का छिड़काव भी कराया गया।
कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए अमरिया को हॉटस्पॉट घोषित किया गया है। अमरिया से 35 लोगों का जत्था सऊदी अरब गया था। वहां से लौटने के बाद जत्थे में शामिल मां-बेटे कोरोना संक्रमित पाए गए थे। इसी वजह से शासन से निर्देश मिलने के बाद डीएम वैभव श्रीवास्तव ने शनिवार को यह इलाका हॉटस्पॉट घोषित कर दिया था। इसके बाद से कस्बे की सीमाएं सील हैं। 24 घंटे निगरानी के लिए तीन मजिस्ट्रेटों की ड्यूटी लगी है। रविवार सुबह से ही पुलिस ने सख्ती कर दी। किसी को भी घरों से निकलने ही नहीं दिया गया।
कुछ लोग सामान की खरीदारी करने के नाम पर सड़क पर पहुंचे भी तो उन्हें पुलिस ने सख्ती से वापस घर के भीतर भेज दिया। इसके बाद मुख्य रास्तों से लेकर गली मोहल्लों में भी सिर्फ पुलिस ही दिखाई दी। दिन भर हॉटस्पॉट के दौरान सबसे घरों पर ही रहने की अपील की जाती रही। एसओ उदयवीर सिंह पुलिस बल के साथ पूरे दिन कस्बे के भ्रमण पर रहे। प्रशासन की ओर से हॉटस्पॉट इलाके में रहने वालों को किराना और सब्जी मुहैया कराने के लिए ठेलों और चार पहिया वाहनों से सप्लाई घरों तक पहुंचाई गई। पुलिसकर्मी आम पब्लिक को सामाजिक दूरी बनाए रखने की बात समझाते रहे। आम लोगों में भी कोरोना की दहशत दिखी। दिन भर कोई चहलकदमी नहीं हुई। एसपी अभिषेक दीक्षित ने बताया कि हॉटस्पॉट होने के कारण अमरिया में लॉकडाउन का पालन कराने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल भी लगाया गया है।
पीलीभीत। अमरिया में हर तरफ पुलिस का पहरा, गलियों में सन्ना

उत्तर प्रदेश / पीलीभीत से बेखौफ खबर के लिए स्वतंत्र पत्रकार रोहित गौतम की रिपोर्ट