पीलीभीत। जनपद के चारों विधायकों की विधायक निधि से कोरोना के इलाज संबंधी जरूरी उपकरण 12 दिन बाद भी न खरीदने का मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंच गया है। सपा की सरकार में पूर्व मंत्री रहे हेमराज वर्मा ने ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जानकारी देकर कोरोना के चलते जिला अस्पताल के अलावा सीएचसी, पीएचसी की स्वास्थ्य व्यवस्था ठीक करने की मांग की।
जनपद के चारों विधायक ने कोरोना के इलाज संबंधी उपकरणों की खरीद के लिए 31 मार्च से पहले अपनी विधायक निधि से 40 लाख रुपये से अधिक रकम स्वास्थ्य विभाग को आवंटित की थी। इसके साथ ही प्रत्येक विधायक ने अपना एक माह का वेतन भी कोरोना फंड में दिया है। मगर, अब तक स्वास्थ्य विभाग ने 12 दिन बीतने के बाद भी जरूरी स्वास्थ्य उपकरण नहीं खरीदे। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लचर रवैए पर भाजपा के चारों विधायकों ने सख्त नाराजगी जताई है। बीसलपुर विधायक रामसरन वर्मा ने मुख्यमंत्री के सचिव को मामला भेज दिया है।
अमर उजाला के शनिवार के अंक में मामला प्रकाशित होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई। अधिकारी आनन-फानन में गुणा भाग में करने लग गए। दूसरी ओर सपा सरकार में खाद्य एवं रसद राज्यमंत्री रहे हेमराज वर्मा ने ट्विटर पर सीएम योगी आदित्यनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को इस बात की जानकारी देकर बताया कि कोरोना संक्रमित दो मरीज मिलने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का रवैया बेहद अफसोसजनक है। सीएम तक मामला पहुंचने के बाद स्वास्थ्य विभाग में और ज्यादा हड़कंप है।
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