संतकबीरनगर। सांथा ब्लाक के अंतर्गत सिकरी ग्रामसभा में दो माह से लंबित जांच को आज केवल जांच के नाम पर रस्म अदायगी की गयी। जांच टीम ने विंदुवार जांच न करके जांच के नाम पर खाना पूर्ति करके चली गयी। शिकायतकर्ता अबुल आस ने आरोप लगाया कि जांच टीम ने ग्रामप्रधान से पैसे लेकर सही तरीके से जांच नहीं किया। केवल प्रधान के कहे अनुसार जांच किया। जिसकी पुष्टि गाँव के अन्य लोगो ने भी किया है। जांच अधिकारी तन्मय पांडेय से जब इस बाबत की तो उन्होंने जांच के बाबत कोई जानकारी देने से मना करते हुए अलग ही कहानी बयां करने लगे। उन्होंने बताया की शिकायत में गड्ढे की बात थी तो हमने दो गड्ढो की जांच की। परन्तु जिस गड्ढे पर शिकायत थी जांच अधिकारियो ने उस गड्ढे पर जाने से मना कर दिया। जिस नाली की जांच हुई उसमे भी कमी मिली। मास्टररोल में जिस काम पर सैकड़ो मजदूरो को दिखा कर मजदूरी निकाली गयी है उस काम पर केवल दहाई की संख्या में मजदूर काम किये है इस बात की पुष्टि ग्राम रोजगार सेवक ने किया है। मनरेगा के कुछ कामो की कार्ययोजना की जानकारी रोजगार सेवक को भी नहीं थी। जांच टीम से जांच में विलम्ब का कारण पूछा गया तो उन्होंने इसका कारण ब्लाक स्तर के अधिकरियो द्वारा अभिलेख उपलबध न कराना बताया गया है। जिससे साफ़ पता चलता है की इस दौरान ब्लाक स्तर से प्रधान को बचाने हेतु जांच टीम को अभिलेख नहीं उपलब्ध कराया। जांच से सम्बन्धी एक कर्मचारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया की पूरे महीने केवल पैसे के लेन देन की सेटिंग हो रही थी। इसलिए जांच टीम ने देर किया और जांच के नाम पर खानापूर्ति किये है। अब देखना दिलचस्प होगा कि जांच रिपोर्ट में क्या आती है?जांच अधिकारी तन्मय पांडेय के अलावा ड्रेनेज खंड सहायक अवर अभियंता अवधेश मणि
ग्राम पंचायत अधिकारी असदुल्लाह खान के अलावा कोई भी जिम्मेदार ब्लॉक से उपस्थित नही था। इस जांच के दौरान अनेको लोग मौजूद रहे।
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