लखीमपुर खीरीI मोहर्रम की 10वीं तारीख पर शहर के अलग-अलग स्थानों पर रखे गए ताजियों का जुलूस निकालकर कर्बला ले जाया गया। जहां शाम को सभी ताजिए सुपुर्द-ए-खाक कर दिए गए। इस मौके पर पुलिस प्रशासन भी सतर्क रहा। लोगों की भारी भीड़ कर्बला में लगे मेले में उमड़ी रही जहां लोगों ने जमकर खरीदारी की।
मोहर्रम का पर्व मुस्लिम समाज में गमगीन माहौल के बीच मनाया जाता है। मोहर्रम की सातवीं, आठवीं और नौंवीं तारीख को आलम का जुलूस निकाला गया था। मंगलवार को 10 वीं तारीख के मौके पर बरुई में ताजियों का जुलूस निकाला गया। इससे पहले कस्ता,और कैमा बुजुर्ग, ताजियों को मातमी धुन के बीच बरूई सेंटर जिंद बाबा स्थान तक लाया गया। जहां समाज के लोगों ने बेहतरीन करतब दिखाए। जिसके बाद सभी ताजियों को सैकड़ों की भीड़ के साथ बरूई टांडा के मार्ग होते हुए कर्बला तक ले जाया गया। जहां देर शाम तक ताजियों को दफन करने का सिलसिला जारी रहा।
जुलूस गांव के प्रमुख मार्गों से होते हुए कर्बला पहुंचा। जहां मातमी माहौल में ताजियों को सुपुर्द-ए खाक किया गया। इस दौरान सुरक्षा की दृष्टि से भारी संख्या में पुलिसबल मौजूद रहा। बरूई ग्राम में मोहर्रम के अवसर पर कई ग्रामों के लगभग आधा दर्जन ताजियों को बरुई जिंदाबाबा स्थान पर एक जगह एकत्र किया गया। इसके बाद मातमी माहौल में जुलुस निकाला गया। जुलूस में बैंड बाजो की मातमी धुन पर हुसैन, हाये हुसैन की गूंजे होती रही। इस दौरान पुलिस भी चुस्त दुरूस्त रही। ताजियों को कर्बला में ले जाकर सुपूर्द-ए-खाक किया गया। इस गमगीन माहौल पर कैमा बुजुर्ग प्रधान पति आरके वर्मा, मुकेश कुमार वर्मा, कलीम अली महफूज अली शकील अली रहीस अली वीरू कुमार धर्मेंद्र जायसवाल युवा नेता अंकित शुक्ला महेश सिद्धू और सैकड़ों की तादाद में लोगों का ताता लगा रहा
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