सिद्धार्थनगर/ मिठवल / सरकार गरीबों के लिए तमाम योजनाएं चला रही है,इसके बावजूद भी व्यक्ति पन्नी तानकर पत्नी सहित चार बच्चों लेकर पन्नी की झोपड़ी में परिवार के साथ जैसे-तैसे जिदंगी गुजर करने को मजबूर हैं। पात्र होते हुए भी इनको आवास योजना का लाभ नहीं मिला। मामला है मिठवल ब्लाक अंतर्गत सामोगरा निवासी हृदयराम पुत्र शंकर का। जिसको आवास न मिलने के कारण यह परिवार आज भी घुमन्तुओं की तरह रहने को मजबूर हैं। सरकार की तरफ से प्रधानमंत्री आवास के तहत गरीबों को मकान दिए जा रहे हैं। बावजूद इसके हृदय राम तक उक्त योजना नहीं पहुंची है। परिवार के पास जमीन के नाम पर कुछ मंडी नहीं है। वर्तमान में गरीबी पूरे परिवार के साथ पन्नी की झोपड़ी में निवास कर रहा है,जिसकी हालत भी काफी दयनीय है। बरसात में पालीथिन से झोपड़ी न ढ़की जाए, तो पानी घर के अंदर तक पहुंच जाता है। वताते चलें कि आवास की आस में पहले खूब दौड़-भाग की, परंतु जब कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई, तो चुप्पी साध घर बैठे हैं। अब आवास की सुविधा इनको कभी मिल भी पाएगी, या नहीं कुछ कह पाना मुश्किल है। किसी तरह मेहनत-मजदूरी करके परिवार चला रहा हूं। बारिश होते ही पूरा घर तालाब में परिर्वितत हो जाता है। कब गिर जाए कहा नहीं जा सकता। चुनाव के दौरान सांसद पुत्री ने भी दावा किया था कि महीने भीतर आवास का लाभ मिल जाएगा जिसके बाद उम्मीद जगी थी कि अबकी सिर पर छत हो जाएगी, लेकिन उनकी बातें भी खोखली साबित हुई। इस संबन्धत में खंड विकास अधिकारी रघुनांथ सिंह का कहना है कि मामला अभी तक संज्ञान में नहीं था। जांच करायेंगे यदि व्यक्ति पात्र हुआ तो योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा।
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






