सिद्धार्थनगर/खेसरहा। सरकार ने तो एक वर्ष पहले ही आदेश जारी किया था कि प्रदेश के सभी सड़कें गढ़ढा मुक्त होनी चाहिए पर ऐसा हुआ कहां। गाव क्षेत्रों में आज भी जर्जर सड़कों का जाल बिछा हुआ है।
खेसरहा विकास क्षेत्र के बांसी खलिलाबाद मार्ग से निकल कर कुर्थिया जाने वाला मार्ग गढ्ढो में तब्दील नहीं वरन दर्जनों जगहों पर जल जमाव की स्थिति कायम है। उक्त मार्ग से दर्जनों गांव के यात्री सफर करते हैं क्षेत्र के जयगोविंद पाण्डेय का कहना है कि उक्त मार्ग कनपुरवा चौराहे से निकल कर कुर्थिया जाती है उक्त मार्ग का निर्माण कार्यदायी संस्था लोकनिर्माण विभाग द्वारा वर्ष दो हजार सात आठ में हुआ था निर्माण के समय मानकों के विपरित काम होने से अल्प समय में ही जर्जर अवस्था में हों गई। सुरेन्द्र कुमार पाण्डेय ने बताया कि निर्माण के बाद से मरम्मत के नाम पर लाखों रुपए खर्च हो गए लेकिन काम सही तरीके से नहीं किया गया। श्याम सुन्दर पाण्डेय ने बताया कि बरसात के मौसम में सड़क पर बने गड्ढों में अक्सर जल जमाव की स्थिति बनी रहती है बावजूद इसके कनपुरवा गांव के समीप सड़क के बगल स्थित बड़ा तालाब होने से भारी वर्षा होने पर जल निकासी की समुचित व्यवस्था न होने से कभी कभी गांव में भी जल जमाव हो जाता है जिससे गांव के लोगों को कीचड़ में चलकर गांव से निकलना मजबूरी बन जाती है इस पर न तो विभाग के जिम्मेदार अपना रूख दिखा रहे हैं और न ही जनप्रतिनिधि। क्षेत्र के मनोज कुमार पाल, संजय दूबे, पंडित मनबहाल मिश्र आदि ने इसके अविलंब मरम्मत की मांग की है।
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