लखीमपुर खीरी| बेहजम चौकी का दीवान बनकर सदर विधायक योगेश वर्मा को ब्लैकमेल कर धमकी देने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वह विधायक को फर्जी मुकदमे में फंसा देने की धमकी दे रहा था। विधायक की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। कर दिया। भाजपा से सदर विधायक योगेश वर्मा ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उनके फोन पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को बेहजम चौकी का दीवान बताया। उसने विधायक से कहा कि उनके खिलाफ तहरीर आई है। वह रिपोर्ट दर्ज कर लेने की धमकी देकर विधायक को ब्लैकमेल करने लगा। विधायक ने पड़ताल की तो मामला फर्जी निकला। बाद में आरोपी ने फिर विधायक को फोन किया और देख लेने की धमकी दी। विधायक ने कोतवाली पुलिस को तहरीर दी। पुलिस ने धोखाधड़ी, गाली गलौज और जान से मार देने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने मोबाइल नंबर के आधार पर मामले की जांच शुरू की और जल्द ही फोन करने वाले को ट्रेस कर लिया। पुलिस ने उसे धर लिया। उसकी पहचान रामकिशन शर्मा निवासी राजगढ़ के रूप में हुई। बताया जाता है कि आरोपी अर्बन कोऑपरेटिव बैंक में चालक के पद पर तैनात है। धमकी के आरोपी की लॉकअप में बिगड़ी हालत, हड़कंपसदर विधायक योगेश वर्मा को ब्लैकमेल करने की धमकी देने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उससे लाकअप में पूछताछ हो रही थी। तभी उसकी हालत बिगड़ गई। वह बेहोश होकर वही गिर गया। इसे कोतवाली पुलिस में हड़कंप मच गया। पुलिस आनन-फानन उसे लेकर डॉक्टर के पास आई। जहां उसका इलाज शुरू हुआ। इलाज के बाद कोतवाली पुलिस लॉकअप में लाने की हिम्मत नहीं जुटा पाई और उसे वहीं से आजाद कर दिया। विधायक योगेश वर्मा का मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने आरोपी रामकिशन को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसे दाखिल कर लिया और उसे बुधवार को जेल भेजा जाता। लेकिन उसकी मंगलवार की शाम हालत बिगड़ गई। वह बेहोश होकर लॉकअप में गिर गया। यह देखकर कोतवाली पुलिस में हड़कंप मच गया। मामले की सूचना कोतवाल को दी गई। कोतवाल भाग कर थाने आए और रामकिशोर को कोतवाली के सामने ही एक निजी डॉक्टर को दिखाया। क्लीनिक में हुए इलाज से उसकी हालत में कुछ सुधार हुआ। लेकिन पुलिस उसको दोबारा कोतवाली लाने की हिम्मत नहीं जुटा पाई। उसे मुचलके पर छोड़ दिया गया। शहर कोतवाल फतेह सिंह ने बताया कि विधायक के मुदकमे में रामकिशोर को गिरफ्तार किया गया था। उससे पूछताछ की गई। मुकदमे में गिरफ्तारी की धाराएं नहीं है। उसे मुचलके पर छोड़ दिया गया है। विधायक का पड़ोसी है आरोपी आरोपी ने ऐसा क्यों किया, इसका पता अभी नहीं चल पाया है। उसने विधायक से पैसों की भी कोई मांग नहीं की और न ही उसकी कोई विधायक से पुरानी रंजिश है। वह विधायक का पड़ोसी है और अर्बन कोऑपरेटिव बैंक चालक के पद पर काम करता है। आरोपी शराब पीने का आदी है। बताया जाता है कि वह शराब पीकर मोहल्ले में आए दिन हंगामा करता है। इससे पहले भी वह एक बार विधायक से तूतू मैंमैं कर चुका है। पुलिस का कहना है कि उसने शराब के नशे में ऐसे किया है।
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






