सिद्धार्थ नगर। पबजी PUBG (playerUnknown's Battleground) गेंम एक बहुत ही पॉपुलर गेम है तथा टीन एजर्स और युवा इसे काफी पसंद करते है और इस गेम के दीवाने हैं। अब तक इस गेम को गूगल प्लेस्टोर पर 50 मिलियन से भी ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है लेकिन यह क्रेज युवाओं में गंदी लत बनकर सामने आ रहा है। आपको ये जानकर हैरानी होगी की इस गेम की वजह से काफी बच्चों की जान तक चली गई है। यह एक एडिक्टिव गेम है अर्थात इसे खेलने से इसकी लत लग जाती है। इसे खेलते समय खिलाड़ी सब कुछ भूल जाता है, उसका पूरा ध्यान इसी गेम पर रहता है। जिन बच्चों को इस गेम की लग जाती है वो 10 से 12 घंटे तक लगातार इस गेम को खेलते रहते हैं।
पबजी एक कॉम्बेट गेम है जिसमें 100 प्लेयर्स एयरप्लेन से एक आइलैंड पर उतरते हैं। यहां पहुंचने पर उन्हें वहां मौजूद अलग-अलग घर व स्थानों पर जाकर आर्म्स, दवाइयां और कॉम्बेट के लिए जरूरी चीजों को कलेक्ट करना होता है। प्लेयर्स को बाइक, कार और बोट मिलती है ताकि वह हर जगह जा सकें और दूसरे अपोनन्ट को गेम में मारकर आगे बढ़ सकें। 100 लोगों में आखिर तक जिंदा रहने वाला प्लेयर गेम का विनर बनता है।
गेम के कई तरह के हाईटेक फीचर हैं जिसमें अट्रैक्टिव ग्राफिक्स के साथ-साथ मोशन सेंसरिंग टेक्नोलॉजी और पावरफुल साउंड का इस्तेमाल किया गया है जो बच्चों को बहुत पसंद आ रहा है। लड़कियों से ज्यादा लड़के इसे पसंद कर रहे हैं क्योंकि यह एक्शन गेम है।
गेम में लड़ाई और मार-धाड़ एक्शन, बच्चे के स्वभाव को हिंसक बना रहा है। गेम में बने टास्क की तरह बच्चा असल जीवन में भी वैसा ही व्यवहार करने लगता है। उसके व्यवहार में चिड़िचिड़ापन, अकेलापन और सहनशीलता की कमी होने लगती है। गेम की तरह वह अपने आस-पास के लोगों से भी हिंसक व्यवहार करने लगता है। कई राज्यों ने इस गेम को बैन भी कर दिया है। इसलिए आपके बच्चे जब फ़ोन ले रो उन पर नजर बनाए रखे और हो सके तो उन्हें फ़ोन से दूर रखें।
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