सिद्धार्थ नगर। निपाह वायरस इन दिनों केरल में तेजी से फ़ैल रहा है। यह वायरस केरल में कहा से आया अभी तक यह पता नहीं लगाया जा सका है। फिलहाल इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए केरल अलर्ट है।
लक्षण–
इंसेफलाइटिस यानी दिमागी बुखार का ही एक रूप है निपाह वॉयरस। सिर में दर्द, तेज बुखार, सुस्ती, उलझन, मेमोरी कमजोर होना, भरम होना, मिर्गी और दौरे पड़ना इसके लक्षण है। इस रोग में मरीज कोमा में भी चला जाता है। अभी तक इस वायरस का कोई टीका नहीं विकसित हुआ है।
सावधानी ही बचाव है–
जहां पर चमगादड़ों का आना जाना लगा रहता है उस जगह पर न जाय। पेड़ से गिरे फसलों को न खाएं हो सकता है किसी चंगादड ने उसे जूठा किया हो।
स्वछता जरूरी है इसलिय फलों को पानी में धोकर खाएं।
संक्रमित सुअर और इंसानों के संपर्क में न आएं
निपाह वायरस फैले इलाके में न जाए।
अपने और जानवरों के पीने के पानी को ढककर रखें।
संक्रमित जानवरों खासकर सुअर के संपर्क में आने से बचें।
निपाह वायरस के लक्षण पाए जाने पर तुरंत से सम्पर्क करें।
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