सिद्धार्थनगर। आज पूरे उत्तर प्रदेश/देश विदेश में ईद उल फितर (ईद)का त्यौहार मनाया जा रहा है,जिसमे उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत 32500 अनुदेशक शिक्षक/शिक्षिका इनको 5 माह से राज्य सरकार ने बजट नही जारी किया है,जिस कारण अनुदेशक कोई भी फेस्टिवल नही मना पा रहा है* दैनिक जीवन जीना ही बड़ी बात हो गयी है,आर्थिक स्थिति, भुखमरी की कगार पर चल रहे है,जिसको शासन-प्रशासन को फर्क नही पड़ रहा है, अनुदेशक का लगातार शोसड हो रहा है,सिर्फ अश्ववाशन बार बार दिया जा रहा है,2017 में प्रोजेक्ट अप्रूवल बैठक में पास भारत सरकार में 17 हजार मानदेय अभी तक शासन आदेश ही नही जारी किया,अभी सिर्फ 8470₹ ही मात्र दे रही राज्य सरकार,संगठन लगातार प्रयासरत है लेकिन शासन सुनकर अब अनसुनी कर रहा है, राज्य परियोजना कार्यालय लखनऊ में निदेशक से मिला जाता है तो उनका सीधा जवाब रहता है शासन में आप लोग मिले, मुख्यमंत्री जी के पास फ़ाइल है,जब हम लोग शासन में अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा से मिलता है संगठन तो उनको इस विषय मे कोई जानकारी ही नही प्राप्त होती है लेकिन संगठन ने अथक प्रयासों से अब शासन तक अपनी बात पहुँचा दी गयी है अब इंतज़ार है अनुदेशक को शासन हम लोगों के लिये क्या आदेश जारी करती है अनुदेशक भविष्य अंधकार में है अब इसलिए अब संगठन ने शासन से यही कहा है हमे हमारा अधिकार दे नही तो हम लोगो को अब निकाल दिया जाए सेवा समाप्त कर दी जाए…!
जून 2019 तक ही अनुदेशक इंतज़ार कर रहा है कि सरकार क्या निर्णय लेती है नही तो 1 जुलाई 2019 से अनुदेशक स्कूल में ताला बंदी करवाएंगे,और सरकार से आर-पार की लड़ाई के लिये लखनऊ कूच करेंगे और मुख्यमंत्री जी के कार्यलय/बेसिक शिक्षा मंत्री के कार्यलय में अनुदेशक इस्तीफा देगा।
उक्त बातें शशांक मिश्रा(प्रदेश सचिव) अनुदेशक संघ ने बताई।
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