लखीमपुर जिले के अंतर्गत दुधवा टाइगर रिजर्व में शाकाहारी वन्यजीवों की गणना शुरू हो गई है। इस दौरान संबंधित बीटों के फील्ड कर्मियों को वियावान जंगल और बरौछा नाले में शाकाहारी एवं मांसाहारी वन्यजीवों के मिले पगचिह्न और प्रत्यक्ष रूप से दिखाई दिए वन्य प्राणियों की गणना की गई।
दुधवा टाइगर रिजर्व के फील्ड डाइरेक्टर रमेश कुमार पांडेय ने बताया कि डीटीआर में शामिल दुधवा नेशनल पार्क, बफरजोन और कतर्निया घाट में वर्ष 2019-20 में शाकाहारी और मांसाहारी वन्यजीवों की गणना का काम तीन चरणों में शुरू किया गया है। पहले चरण की गणना बृहस्पतिवार सुबह पांच बजे से शुरू हुई, जो शाम पांच बजे तक जारी रही। इस दौरान डीटीआर बफरजोन के मैलानी रेंज की जटपुरा बीट स्थित बरौंछा नाले में फील्ड कर्मी फॉरेस्टर मोहम्मद उमर, राजेंद वर्मा आदि को बारहसिंगा हिरनों के पांच झुंड दिखाई पड़े। इसके अलावा बहुतायत में हिरन प्रजाति के चीतल, पाढ़ा, कांकड, सांभर आदि के साथ ही वनगाय, नीलगाय, फिशिंग कैट, बिज्जू, जंगली सुअर, सारस, मोर और बड़ी संख्या में स्थानीय जलीय पक्षी दिखाई दिए। जिनकी गिनती की गई। फील्ड कर्मियों द्वारा पैदल की जा रही गणना के पहले चरण में शाकाहारी वन्यजीवों के साथ ही तेंदुआ आदि के पगचिह्न भी दिखाई पड़े। इनकी गिनती की गई।
एफडी ने बताया कि डीटीआर की सभी 144 बीटों में शाकाहारी वन्यजीवों की तीन चरणों में गणना होगी। प्रत्येक बीट में फील्ड कर्मियों की टीम गठित कर गणना कार्य पैदल किया जा रहा है। इस दौरान जंगल और उससे सटे रास्तों पर मिलने वाले तेंदुआ और भालू आदि के प्रत्यक्ष रूप से दिखाई पड़ने और मिलने वाले पगचिह्नों की गिनती होगी। तीसरे चरण की गणना के समाप्त होने के बाद डीटीआर में मौजूद शाकाहारी वन्यजीवों की कुल संख्या का सही पता लगेगा।
हाथियों और गैंडों की भी होगी गणना
डीटीआर एफडी ने बताया शाकाहारी वन्यजीवों की गणना के दौरान दुधवा टाइगर रिजर्व के तीनों प्रभागों में मिलने वाले हाथियों और गैंडों की गणना भी की जाएगी।
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