उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के मोहल्ला बहादुरनगर के रोहित ने रोहिणी बनकर भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति से विवाह रचा लिया। इसके लिए मंदिर में विवाह की सभी रीतियां निभाई गई और दावत के रूप में भंडारा आयोजित हुआ। इस अनोखे विवाह समारोह में घरवालों के साथ ही शहर के अधिकतर लोग जुटे। रोहिणी की सोमवार को वृंदावन के लिए विदाई होगी।
बिजली विभाग में कर्मचारी रामपाल कश्यप का 26 वर्षीय पुत्र रोहित कृष्ण भक्ति में लीन रहता है खुद को राधा बताते हुए उसने अपना नाम रोहिणी रख लिया। घर वालों के अनुसार उसने भगवान कृष्ण से ब्याह करने का निर्णय ले लिया। अक्षय तृतीया के दिन शहर के मिठाईलाल मंदिर में विवाह संपन्न होना तय हुआ।
मंगलवार को महिला की तरह कपड़े पहने और श्रंगार किए रोहित मंदिर पहुंचा और सभी रस्में निभाते हुए भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति से ब्याह कर लिया। इस दौरान रोहित के सगे ताऊ बृजकिशोर और ताई विंदेश्वरी देवी ने रोहिणी का कन्यादान किया। सुहाग भाभी ने भरा और विवाह की रस्म गौरव गुप्ता ने भाई बनकर पूरी की।
बचपन में मान लिया था कान्हा को पति
रोहित की मां अनीता आंगनबाड़ी कार्यकत्री है। एक छोटा भाई मोहित और उसकी पत्नी विनीता है। रोहित ने बताया कि वह बचपन में ही कान्हा को पति के रूप में मानता आ रहा है। कान्हा के प्रेम में वह बीते साल 1 माह के लिए जुलाई भर वृंदावन में ही रहे। साथ ही वह पिछले 4 साल से हर माह वृंदावन जाते हैं।
4 साल से रखता है करवा चौथ व्रत
रोहित ने बताया कि वह पिछले 4 साल से कान्हा के लिए करवा चौथ का व्रत रखते हुए आ रहे हैं। रोहित ने महज कक्षा 5 तक ही पढ़ाई की है। इसके बाद वह घर घर जाकर सत्संग करता है। अपने गुजारे के लिए घर पर आश्रित नहीं है।
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