छोटीकाशी के नाम से प्रसिद्ध गोला गोकरण नाथ जिला लखीमपुर खीरी का एक नगर ही नहीं वल्कि एक तीर्थ स्थल भी है यहां शिव मंदिर के होने से नगर में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ हर समय पाई जाती है। लेकिन नगर वासियों के लिए ट्रैफिक के नियम का पालन न करना भी ट्रैफिक जाम की समस्या का बहुत बड़ा कारण है। आपको बताते चलें ट्रैफिक नियम को लेकर नगरवासी बिल्कुल भी जिम्मेदारी नहीं बरतते हैं जिससे जो जिम्मेदार नागरिक है उसको भी लाइन में फस कर घंटो बिताना पड़ता है साथी आपको बताते चलें जिस समय स्कूलों की छुट्टी होती है स्कूल वाहन भी सड़क पर होते हैं ऐसे में नन्हे मुन्ने बच्चों को 40 डिग्री के तापमान पर भी झुलसना पड़ता है लेकिन जिन लोगो को जल्दी है वह नियम को तोड़ कर अपनी लाइन में ना चल कर दूसरी लाइन मे घुस जाते है जिससे एक तरफ का पूरा रूट बंद हो जाता है और दूसरा रूट भी बंद हो जाता है।
ऐसे मे वह जो जागरूक नागरिक ट्रैफिक नियम का पालन करते हैं उनको भी ट्रैफिक नियम का पालन ना करने वाले नागरिकों की वजह से ट्रैफिक में फसकर अपना समय बर्बाद करना पड़ता है। क्या इस ट्रैफिक समस्या का कोई इलाज नहीं है क्या ऐसे ही आए दिन ट्रैफिक के नियमों का उल्लंघन होता रहेगा और कभी भी गोला नगर को ट्रैफिक की समस्या से निजात नहीं मिलेगी।
अगर गोला पुलिस ट्रैफिक को लेकर सख्त हो जाए और ऐसे लापरवाह नागरिक जो ट्रैफिक के नियमों का उल्लंघन करते हैं उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही करने लगे तो शायद समस्या का समाधान हो सकता है लेकिन गोला पुलिस के पास ट्रैफिक पुलिस तो है नहीं और जो काम चलाने के लिए कहीं-कहीं होमगार्ड या अन्य को तैनात किया जाता है उनको ट्रैफिक नियंत्रण करने का कोई अनुभव नहीं है उनका बस चले तो जो ट्रैफिक नियम का पालन करने के लिए अपनी लाइन में चल कर ट्रैफिक खुलने का इंतजार करता है उसी को देर तक रोके रहते हैं और ऐसे लोग जो धड़ल्ले से दूसरी लाइन में आकर घुस जाते हैं उनको जल्दी निकाल देते हैं इससे या पता चलता है कि गोला नगर की ट्रैफिक व्यवस्था बहुत ही कमजोर हाथों में है जिनको ट्रैफिक कंट्रोल करने की ट्रेनिंग की जरूरत है। अगर ऐसा ही सब चलता रहेगा तो इसी तरह से गोला नगर वासियों को ट्रैफिक की समस्या का सामना करना पड़ेगा या अगर गोला पुलिस चाहे तो अपना रवैया बदल कर गोला नगर को ट्रैफिक की समस्या से निजात दिला सकता है।
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