गोंडा। पुकन्नीपुरवा गांव में एक छप्पर में अचानक आग लगने से पांच मवेशी झुलस गए। मवेशियों को बचाने के चक्कर में एक महिला झुलस गई। झुलसे मवेशियों में से तीन की मौत हो गई।
कोतवाली मनकापुर क्षेत्र के पुकन्नीपुरवा के रहने वाले जगन्नाथ यादव और उसके भाई जगदंबा यादव के घर के बगल में उन दोनों की छप्पर की चरनी-घारी बनी थी।
जिसमें दोनों भाइयों के पांच मवेशी बंधे थे। चरनी में ही गेहूं भी रखा था। रविवार की रात लगभग दस बजे अज्ञात कारणों से चरनी-घारी में अचानक आग लग गई।
आग की लपटों को देखकर परिवार के लोग दौड़े और मवेशियों को बचाने का प्रयास करने लगे। मगर आग की लपटें पूरी चरनी को घेर चुकी थीं। आग में जगन्नाथ यादव की एक गाय, एक भैंस व एक पंडिया की मौत हो गई।
जगदंबा यादव की एक भैंस और एक पंडिया झुलस गई। मवेशियों को आग से बचाने के प्रयास में जगन्नाथ की पत्नी लक्ष्मी देवी झुलस गई। आग से पूरा छप्पर जलकर राख हो गया।
आग में छप्पर में रखा डेढ़ क्विंटल गेहूं भी जलकर नष्ट हो गया। उप पशु चिकित्साधिकारी पीएच राय ने मवेशियों का पोस्टमार्टम किया। आग की सूचना पर पहुंचे राजस्व निरीक्षक रमाकांत तिवारी व लेखपाल अतीकुल रहमान ने बताया कि आग से करीब डेढ़ लाख का नुकसान हुआ है।
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