पाकिस्तान के करतारपुर साहिब कॉरिडोर को लेकर कांग्रेस और बीजेपी आमने सामने हैं. बीजेपी ने पंजाब में कांग्रेस के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू पर देश को नीचा दिखाने के आरोप लगाए हैं. बीजेपी ने कहा है कि देश को नीचा दिखाने के लिए सिद्धू की तरफ से लगातार कोशिश की जा रही है जो बहुत ही दुखद और चिंताजनक है. पिछले महीने पाकिस्तान गए नवजोत सिंह सिद्धू ने वहां से लौटने के बाद पाकिस्तान और भारत सरकार से करतारपुर साहिब कॉरीडोर खोलने की मांग की थी.बीजेपी की तरफ से प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा, ‘’पाकिस्तान के हक में बोलना और भारत के विपरीत बोलना सिद्धू जी की आदत बन गयी है. हिन्दुस्तान की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने का जो काम सिद्धू जी कर रहे हैं, वह राहुल गांधी की सहमती के बिना संभव नहीं है.’’
संबित पात्रा ने आगे कहा, ‘’भारत की सेना का चीफ ‘सड़क का गुंडा’ और पाकिस्तान की सेना का चीफ ‘सोने का मुंडा’, ये जो नीति कांग्रेस लेकर चल रही है वह देश के हित में नहीं है.’’
कल भारत सरकार ने कहा था कि करतारपुर साहिब कॉरिडोर पर पाकिस्तान की ओर से कोई प्रस्ताव नहीं मिला था. जिसके बाद आज पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि कल उन्होंने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की. सिद्धू ने कहा कि सुषमा स्वराज ने भरोसा दिलाया है कि उनकी सरकार पाकिस्तान को चिट्ठी लिखेगी और इसके लिए ड्राफ्ट तैयार हो रहा है. इसके जवाब में मोदी सरकार में मंत्री और अकाली नेता हरसिमरत कौर ने सिद्धू पर देश की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगा दिया.उन्होंने कहा, ”इससे देशवासियों में नाराजगी थी लेकिन ये पता था कि अपने व्यक्तिगत क्षमता के तहत जा रहे हैं. इसी के चलते उन्हें क्लीयरेंस भी मिल गई. लेकिन सभी को हैरानी तब हुई शपथ ग्रहण समारोह में उनका परिचय पाकिस्तानी जनरल से हुआ तो उन्होंने एक सेकेंड में उसे गले लगा लिया. इसने देशवासियों की भावनाओं के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम किया.”बता दें कि पिछले महीने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को एक पत्र लिखकर सिखों के लिए करतारपुर कॉरिडोर खुलवाने की मांग की थी. सिखों के लिए करतारपुर कॉरिडोर बड़ा मामला है. श्री करतारपुर साहिब गुरुद्वारा पाकिस्तान में भारतीय सीमा से 6 किलोमीटर की दूरी पर है. सिखों के पहले गुरु गुरुनानक देव ने अपने जीवन के अंतिम 17 साल यही बिताए थे.हाल ही में पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तान गए सिद्धू वहां पाकिस्तान के आर्मी चीफ क़मर जावेद बाजवा से गले मिले थे. इसको लेकर सिद्धू को काफी विवादों का सामना करना पड़ा था. सिद्धू ने अपनी सफाई में कहा था कि जनरल बाजवा ने उनसे कहा था कि भारतीय सिखों के लिए करतारपुर साहिब गुरुद्वारे में जाने के लिए कोशिश की जा रही है. इस बात से इमोशनल और भावुक होकर वे जनरल बाजवा से गले मिले थे.
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