कूटनीति के मोर्चे पर इन दिनों सघन संपर्क अभियान चला रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सप्ताह बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की मेजबानी करेंगे. भारत के दो दिनी दौरे पर आ रहीं हसीना 25 मई को पश्चिम बंगाल के शांतिनिकेतन स्थित विश्वभारतीय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में खास मेहमान होंगी. इसके चांसलर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं. विश्वविद्यालय परिसर में बांग्लादेश सरकार के सहयोग से बनाए गए नए बांग्लादेश भवन के उद्घाटन के बाद इसी इमारत में ही दोनों प्रधानमंत्रियों की अनौपचारिक द्विपक्षीय मुलाकात भी होनी है. इस यात्रा के दौरान शेख हसीना की कोशिश दोनों देशों के बीच उलझे तीस्ता जल बंटवारे पर समाधान का कोई फॉर्मूला जुटाने की होगी.बांग्लादेशी प्रधानमंत्री के साथ पीएम मोदी की मुलाकात उनके ताजा संपर्क अभियान की कड़ी है. बीते एक महीने में शेख हसीना, भारत के पड़ोसी मुल्क की तीसरी ऐसी नेता होंगी जिनके साथ पीएम मोदी द्विपक्षीय मुलाकात करेंगे. इससे पहले मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली से उनके देश में जाकर मिले थे. हालांकि दो महीने के भीतर पीएम मोदी और शेख हसीना की यह दूसरी मुलाकात होगी.इससे पहले लंदन में आयोजित कॉमनवेल्थ शासनाध्यक्षों के सम्मेलन में दोनों नेता मिले थे. भारत औऱ बांग्लादेश में अगले साल होने वाले आम चुनावों के बीच शेख हसीना की भारतीय प्रधानमंत्री के साथ मौजूदा कार्यकाल में संभवतः यह आखिरी द्विपक्षीय मुलाकात मानी जा रही है. पश्चिम बंगाल में भारतीय नेतृत्व के साथ होने वाली इस बैठक को शेख हसीना के चुनावी समीकरणों के लिहाज से भी अहम माना जा रहा है.कूटनीतिक सूत्रों के मुताबिक बांग्लादेश प्रधानमंत्री 25 मई की सुबह कोलकाता पहुंचेंगी और वहां से हेलीकॉप्टर के जरिए सीधे शातिनिकेतन जाएंगी. विश्वभारती दीक्षांत समारोह में प्रधानमंत्री मोदी और शेख हसीना के साथ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी मौजूद होंगी. अभी यह स्पष्ट नहीं है कि क्या दोनों प्रधानमंत्रियों की वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री भी वहां मौजूद रहेंगी.हालांकि सूत्रों के अनुसार रमजान के महीने में भारत आ रही शेख हसीना के लिए बांग्लादेशी उच्चायुक्त इफ्तार का आयोजन करेंगे. इसमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी आमंत्रित हैं. जबकि पीएम मोदी इस इफ्तार से पहले ही दिल्ली लौट जाएंगे.ढाका वापसी से पहले शेख हसीना, दुर्गापुर भी जाएंगी जहां काजी नजरूल इस्लाम विश्वविद्यालय में उन्हें डी-लिट की उपाधि भी दी जाएगी. इस कार्यक्रम में भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और मेहमान प्रधानमंत्री एक साथ होंगे. अपने कोलकाता प्रवास के दौरान बांग्लादेशी प्रधानमंत्री, गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर के पुश्तैनी घर जोरासंको ठाकुरबाड़ी भी जाएंगी. इस यात्रा के दौरान हसीना की कोशिश दोनों देशों के बीच उलझे तीस्ता जल बंटवारे पर समाधान का कोई फॉर्मूला जुटाने की होगी.महत्वपूर्ण है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के विरोध के कारण भारत और बांग्लादेश के बीच तीस्ता नदी जल बंटवारे पर समझौते मुकम्मल नहीं हो पाया है. शेख हसीना की पिछली भारत यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने इस बात का भरोसा दिया था कि वे इस मामले के संतोषजनक समाधान के लिए प्रयास कर रहे हैं. बांग्लादेश में आम चुनावों की तैयारी के बीच स्वाभाविक है कि हसीना इस मामले पर जल्द समाधान का आग्रह लेकर भारत आएं.प्रधानमंत्री मोदी के साथ बांग्लादेशी पीएम की बातचीत में रोहिंग्या पुनर्वास के मुद्दे पर भी चर्चा संभव है. रोहिंग्या के मुद्दे पर भारत म्यांमार की भी मदद कर रहा है ताकि विस्थापित लोग वापस अपने घरों को लौट सकें. बीते दिनों विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अपनी म्यांमार यात्रा के दौरान रखाइन प्रांत से विस्थापित लोगों की सतत और सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने पर जोर दिया था.
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