बीजेपी के अंदर ही दलित नेताओं ने अपना विरोध का सुर बुलंद करना शुरू कर दिया है. पिछले दिनों बहराइच की सांसद सावित्री बाई फुले एससी, एसटी एक्ट को लेकर अपनी ही सरकार को घेरा. इसी क्रम में नया नाम बीजेपी के रॉबर्ट्सगंज से सांसद छोटेलाल का जुड़ गया है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर प्रदेश नेतृत्व पर उनकी उपेक्षा का आरोप लगाया है. यही नहीं इस मामले में उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ के लिए भी कहा है कि उनकी समस्या हल करने की बजाए डांट कर भगा दिया.उधर मामले में बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता चंद्रमोहन कहते हैं कि सांसद छोटेलाल को अगर कोई शिकायत है तो उसे उन्हें पार्टी फोरम पर रखनी चाहिए थी. उनकी सरकार सबका साथ सबका विकास के नारे से चल रही है.बीजेपी के रॉबर्ट्सगंज सांसद छोटेलाल ने प्रधानमंत्री को जो पत्र लिखा है, उसमें लिखा है कि सपा सरकार के दौरान जब गुंडा राज चल रहा था, तब उन्होंने अपने भाई और आदिवासी दलित नेता जवाहर खरवार को चंदौली में नौगड़ ब्लाक का प्रमुख पद जिताया. बीजेपी की यह अकेली जीत थी. लेकिन आज अपनी ही सरकार में उनके भाई को ब्लाक प्रमुख पद से हटाने की साजिश हो रही है. इमें बीजेपी के ही नेताओं के सहयोग से बसपा ने अविश्वास प्रस्ताव लाया है. उन्होंने कहा कि ये मसला दो महीने पूर्व का है.9 मार्च को चुनाव हुआ और भूमाफिया, गुंडे की पत्नी को ब्लाक प्रमुख के पद पर बिठा दिया गया. सांसद ने आरोप लगाया कि दोष सिर्फ इतना था कि उन्होंने सामन्य सीट पर दलित को प्रमुख बनाया. इस संबंध में वह बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ महेंद्र नाथ पांडेय से भी मिले, जो चंदौली से सांसद हैं. दो बार संगठन महामंत्री सुनील बंसल से भी मिले. यही नहीं वह क्षेत्रीय अध्यक्ष से लेकर जिला अध्यक्ष तक से गुहार लगाई. प्रभारी मंत्री से मिले लेकिन किसी ने कोई मदद नहीं की.उन्होंने कहा कि इसके बाद वह खुद सीएम योगी आदित्यनाथ से दो बार मिले लेकिन उनसे भी मदद नहीं मिली. उलटे उन्होंने डांट के भगा दिया. यही नहीं डीएम और एसपी सुने तक नहीं. सांसद ने इसके साथ ही कई और गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि किसी सुड्डू उर्फ सुजीत कुमार नाम के शख्स ने उन पर रिवाल्वर तानी और जातिसूचक शब्दों से गालियां दीं, जान से मारने की धमकी दी. पुलिस ने मुकदमा तक नहीं लिखा. आखिरकार उन्होंने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग में दरख्वास्त लगाई है.उन्होंने बताया कि 13 मार्च को बीजेपी के जिला पदाधिकारी, जिला महामंत्री, जिला मंत्री और जिला मीडिया प्रभावी उस शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए, जो बसपा के ब्लाक प्रमुख का हुआ.बता दें पिछले साल बीजेपी सांसद पर वन विभाग की जमीन पर कब्जा कर मकान बनवा लेने का आरोप लगा था. हालांकि सांसद इसे राजनैतिक साजिश बता रहे थे. वहीं वन विभाग का कहना है कि ये जमीन सरकारी है. बीजेपी सांसद पर आरोप लगा कि नौगढ़ तहसील में उन्होंने वन विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा आलीशान कोठी खड़ी कर ली. नक्सल प्रभावित इलाके में बना यह मकान सरकारी जमीन पर है.इस मामले में बीजेपी सासंद छोटेलाल खरवार का कहना है कि वन विभाग अनर्गल प्रलाप कर रहा है. उनके पूर्वजों को यह जमीन राजा से मिली थी और उनके विरोधी राजनैतिक साजिश रच रहे है. उनकी छवि खराब करने के लिए इस तरह का दुष्प्रचार किया जा रहा है.हालांकि जमीन से जुड़े कोई भी दस्तावेज सांसद के पास नहीं है. दरअसल 2016 में हुई एके गुप्त की शिकायत के बाद नायब तहसीलदार और वनविभाग की क्षेत्रीय वन अधिकारी की सयुक्त जांच में यह खुलासा हुआ है कि यह मकान पूरी तरह अवैध कब्जा कर बनाया गया है.
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